Singrauli News: सिंगरौली में 100 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की मासूम, आज उसका जन्मदिन है
बरगवां थाने के कसर गांव का मामला, कलेक्टर-एसपी के नेतृत्व में रेस्क्यू कार्य में जुटी टीम
सिंगरौली। जिले के कसर गांव में उस वक्त बड़ा हादसा हो गया जब घर के पीछे स्थित खेत में पिता के साथ खेल रही 3 साल की मासूम 100 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। बच्ची का नाम सौम्या पिता पिंटू साहू हैं। बताया जा रहा है कि आज उसका जन्मदिन भी हैं। घटना बरगवां थाना क्षेत्र के कसर गांव में सोमवार शाम 4 बजे की है। घटना की जानकारी बच्ची के पिता ने बरगवां थाने और जिला प्रशासन को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
मौके पर तैनात प्रशासन
घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता एवं सभी जिला एवं खंड स्तरीय अधिकारियों के साथ बचाव कार्य के लिए पहुंचे। इस कार्य में हृष्टरु के सीएमडी बी साईनाथ ,जनरल मैनेजर गोरबी ब्लॉक परियोजना सीआईएसएफ के सुरक्षा दलों के साथ पहुंच गए है। स्थानीय विधायक राजेंद्र मेश्राम भी जानकारी मिलते हो पहुंचे।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
शुरूआती जानकारी के अनुसार बच्ची लगभग 18 से 20 फीट की गहराई में फंसी है, जान की सुरक्षा के लिए पाइप से ऑक्सीजन की पहुंचाई जा रही है। तीन जेसीबी मशीनों की मदद से बोरवेल के पैरलल खुदाई का काम शुरू कर दिया गया हैं। मौके पर भारी संख्या में बचाव दल रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा हैं। मौके पर मौजूद अधिकारियों का कहना है कि बोरवेल की गहराई 100 फीट बताई जा रही है। बारिश के चलते उसमें पानी भी भर गया है। ऊपर से बोरवेल में सिर्फ पानी ही नजर आ रहा है।
खेत में खेल रही थी मासूम
घटना की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी प्रभारी शिवपूजन मिश्राने बताया कि बरगवां थाने अंतर्गत कसर गांव में करीब साढ़े 4 बजे वर्ष की बच्ची सौम्या साहू पिता पिंटू साहू के बोरवेल में गिरने की सूचना मिली। मौके पर पहुंचने पर बताया गया कि बच्ची घर के पीछे खेत में खेल रही थी। बोरवेल के पास पहुंचने पर बारिश से गीली हो चुकी मिट्टी धसक गई। इससे फिसल कर सौम्या बोरवेल में गिर गई। सौम्या के साथ खेल रहे बच्चों ने भाग कर घर वालों को जानकारी दी। इस घटना की जानकारी लगते ही सौम्या के घर वाले सकते में हैं। पूरा परिवार बच्ची की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
बच्ची के बोरवेल में गिरने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण समेत आला अधिकारी उन्हें आश्वासन दे रहे हैं कि जल्द ही बच्ची को निकाल लिया जाएगा। वहीं बोरवेल के किनारे एक गड्ढा कर मासूम को बचाने की कोशिश की जा रही है।
3 माह पहले रीवा में हुआ था हादसा
करीब तीन माह पहले 12 अप्रैल शुक्रवार के दिन रीवा के एक गांव में 6 साल का मयंक दोपहर 3.30 से 4 बजे के बीच बोरवेल में गिर गया था। जिसको 45 घंटे की मशक्कत के बाद निकाल तो लिया गया था, लेकिन वह बच नहीं पाया था। बोरवेल में बच्चों के गिरने की कई घटनाएं सामने आती रहती हैं, लेकिन लोग अपनी लापरवाही दिखाते हुए बोरवेल को खुला छोड़ देते हैं।