Shahdol News: शहडोल के अरझुला में किया गया जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन
विधायक जय सिंह मरावी ने लाभान्वित हितग्राहियों व जलदूतों को किया सम्मानित
शहडोल। विधायक जैतपुर जय सिंह मरावी की उपस्थित में जलगंगा संवर्धन अभियान का समापन कार्यक्रम ग्राम पंचायत अरझुला में किया गया। कार्यक्रम में विधायक जयसिंह मरावी द्वारा खेत तालाब के हितग्राहियो एवं जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पंजीकृत जलदूतो को सम्मानित किया गया।
जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्राम पंचायत अरझुला में 4 नवीन खेत तालाब को पूर्ण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मुद्रिका सिंह, वरिष्ठ नागरिक विपुल सिंह,अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अनुराग निगम,सहायक यंत्री रघुवेन्द्र सिंह,उपयंत्री छत्रपाल कुशवाहा राजेन्द्र सिंह उपस्थिति रहे।
अरझुला में किया पौधरोपण
जैतपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक जयसिंह मरावी ने पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से चलाए जा रहे 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत अरझुला में पौधरोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से अपील की कि वे भी अपने जीवन की सबसे प्रिय व्यक्ति 'मां' के सम्मान में एक पौधा अवश्य लगाएं और उसका संरक्षण करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अभियान न केवल पर्यावरण को हरा-भरा बनाने में सहायक हैं, बल्कि समाज में भावनात्मक जुड़ाव भी पैदा करते हैं।
साखी में जल गंगा संवर्धन अभियान का किया गया समापन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार प्रदेश में 'जल गंगा सवंर्धन अभियान' 30 जून तक संचालित किया जा रहा है। जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन शहडोल जिले के ब्यौहारी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत साखी में जल गंगा सवंर्धन अभियान समापन कार्यक्रम में विधायक शरद जुगलाल कोल, जनपद अध्यक्ष आकांक्षी सिंह, जनपद सदस्य नरेन्द्र शास्त्री, सीईओ विजय सिंह, एपीओ के पी सिंह, उपयंत्री, सरपंच, सचिव, जलदूत एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
जल गंगा संवर्धन अभियान जन-जन के जीवन से जुड़ा महत्वपूर्ण अभियान है। जिले में विगत तीन माह से जल गंगा संवर्धन अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत जहां एक ओर नए तालाब बनाए जा रहे, वहीं दूसरी ओर पुराने तालाबों, बावड़ियों और कुँओं का जीर्णोद्धार भी किया जा रहा है।
नदियों को साफ-स्वच्छ एवं जल एकत्रित करने के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं। 'जल' जीवन का अभिन्न अंग है, इसके बिना न तो कृषि संभव है, न ही उद्योग, और न ही हमारी दैनिक आवश्यकताएँ पूरी हो सकती हैं। जल का संरक्षण करना हम सभी का कर्तव्य है।