Shivraj Singh Chauhan Rewa : कोलगढ़ी किले के जीर्णोद्धार कार्य का भूमि पूजन करने कल रीवा पहुंच रहे हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

कोल शासन के वैभवशाली इतिहास का प्रतीक है कोलगढ़ी किला, जीर्णोद्धार में खर्च होंगे 3.24 करोड़ 
 
 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 9 जून को रीवा जिले के कोलगढ़ी पहुंच रहे है। वे 324 लाख रुपए की लागत से कोल भवन का जीर्णोद्धार करेंगे। इतिहासकारों का कहना है कि विंध्य क्षेत्र में लंबे समय तक गुजरात के चालुक्य शाखा के बघेल राजाओं का शासन रहा। इनका राज्य बहुत विस्तृत था। इस राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में कई छोटे छोटे राजाओं ने भी शासन किया। उनके रीवा में राजाओं से मित्र वत संबंध रहे। कहते है कि इसी तरह का राज्य त्योंथर के कोलगढ़ी में था।

कोल राजाओं का किला

कोलगढ़ी त्योंथर कस्बे में ऊंचे टीले पर टमस नदी के किनारे स्थित है। आज भी कोलगढ़ी में कोल राजाओं का किला है। बघेली में किला को गढ़ी कहते है। पुराविदों ने किला को 200 वर्ष पुराना बताया है। वर्तमान में कोलगढ़ी जीर्ण-शीर्ण भवन है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुछ दिनों पहले जीर्णोद्धार की घोषणा की है। इसके लिए 324.70 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री 9 जून को कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार कार्य का भूमिपूजन करने पहुंच रहे है।

वैभवशाली शासन का प्रतीक कोलगढ़ी

कोलगढ़ी कोल राजाओं के वैभवशाली शासन का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार के साथ कोल संस्कृति के संरक्षण के लिए कोल संग्रहालय के निर्माण के भी निर्देश दिए हैं। इस संग्रहालय में कोल समुदाय की संस्कृति से जुड़ी वस्तुएं प्रदर्शित की जाएंगी। कोलगढ़ी को सबके गौरव का प्रतीक बनाया जाएगा। सरकार की मंशा कोल समाज के तीर्थंकर बनाने की है। आने वाले दिनों में कोलगढ़ी का तेजी से प्रचार प्रसार किया जाएगा। जिससे समाज के लोग आदिवासियों का इतिहास जान सके।इससे यहां पर्यटन को बढ़ावा भी मिलेगा।