Rewa News: रीवा में एक साथ जलीं चार चिताएं, गम में डूबा परिवार
सोहागी हादसे में मृतकों के शवों का हुआ अंतिम संस्कार, दो भांजों का उनके गांव में हुआ अंतिम संस्कार
रीवा। एक दिन पूर्व हाइवे में हुए भीषण सड़क हादसे में मृतकों के शव देर रात उनके घर पहुंचे तो पूरे परिवार मातम छा गया। घर के बाहर रात चारों मृतकों के शव रखे हुए थे जिसे देखकर हर आंख से आंसू बहने लगे। एक साथ शुक्रवार को चार चिताएं जली। तीन पीढ़ियां इस हादसे में खत्म हो गई।
बताया गया है कि सोहागी पहाड़ में हुए भीषण सड़क हादसे में मृतकों के शवों का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया गया। गंगा दशहरा के मौके पर प्रयागराज से गंगा स्नान करके परिवार के लोग आटो से अपने घर जा रहे थे। ऑटो सोहागी पहाड़ में पहुंचा तो सीमेंट की सीट लेकर जा रहा ट्रेलर अचानक बेकाबू होकर पलट गया जिससे उसमें लोड सीट की सीट आटो के ऊपर गई और उसमें सवार सात लोगों की मौत हो गई।
पुलिस ने सांयकाल सभी लाशों का त्योंथर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया और उन्हें घर वालों को सौंप दिया। रात में चार लोगों के शव एक ही घर में पहुंचे तो परिवार में मातम छा गया। मरने वालों में हीरालाल जायसवाल पिता शोभनाथ जायसवाल 65, उनका पुत्र रामजीत जायसवाल 38 वर्ष, बहू पिंकी जायसवाल 35 साल व नातिन कु. अंबिका 8 साल की मोत हो गई।
बताया गया है कि एक परिवार के चार सदस्यों की लाशें रात में जब घर पहुंची तो पूरे गांव में मातम पसर गया। पूरा परिवार शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच गया। आज सुबह गावं में चारों शवों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस हादसे में परिवार की तीन पीढ़ियां खत्म हो गई।
पिता की इच्छा को पूरा करने के लिए गंगा स्नान करवाने ले गया था पुत्र
अपनी पिता की इच्छा को पूरा करने के लिए पुत्र गंगा स्नान करने ले गया था। पिता इससे पहले कुंभ में गंगा स्नान करने जाने वाले थे लेकिन भीड़ को देखते हुए पुत्र ने मना कर दिया था जिस पर प्रोग्राम कैंसिल हो गया। गंगा दशहरे पर अपने पिता को गंगा स्नान करवाने के लिए ले गया था लेकिन यह सफर आखिरी सफर बन गया। गंगा स्नान करके लौटते समय उनकी मौत हो गई।
हर महीने होते हैं दस से पन्द्रह सड़क हादसे
सोहागी पहाड़ में हर महीने दस से पन्द्रह सड़क दुर्घटनाएं होती है। इसमें बहुत सारी घटनाओं की रिपोर्ट भी दर्ज नहीं होती है। पहाड़ से उतरते समय ट्रक पलट जाते है जिसमें कई बार लोगों की मौत हो जाती है। करीब चार साल पहले सोहागी पहाड़ में धनतेरस के दिन बस ट्रेलर में घुस गई थी जिसकी वजह से 16 यात्रियों की मौत हो गई थी।
कुछ दिन पहले ट्रक डिवाइडर से टकराकर पलट गया था जिसाकी वजह से दो लोगों की मौत हो गई थी। सोहागी पहाड़ में बनाई गई सड़क की इंजीनियरिंग में बहुत बड़ी कमी है। ढलान काफी ज्यादा दी गई है जिसकी वजह से स्पीड से वाहन उतरते है और वे दुर्घटनाग्रस्त हो जाते है।