Harda Update: हादसे के बाद रीवा के आदित्य सिंह को हरदा कलेक्टर की कमान, अभिनव चौकसे होंगे नए एसपी

हरदा मामले को लेकर विधानसभा में हुआ हंगामा, सुतली बम की माला पहनकर पहुंचे हरदा विधायक

 

भोपाल। हरदा ब्लास्ट मामले में 12 मौतें दर्ज हो चुकी हैं। गुरुवार की सुबह घटना के तीसरे दिन एक मकान से एक महिला का क्षत-विक्षत शव मिला है। शव की शिनाख्त देर शाम तक नहीं हो पाई थी। इससे पहले मंगलवार को ब्लास्ट मामले में 11 लोगों की मौत हो गई थी। गुरुवार को यह संख्या बढ़कर 12 हो गई। वहीं गुरुवार की देर शाम आदित्य सिंह को हरदा कलेक्टर बनाया गया है। जबकि अभिनव चौकसे को एसपी नियुक्त किया गया है। आदित्य सिंह रीवा के रहने वाले हैं। उनके पिता रीवा के संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय में मेडिकल ऑफिसर हैं। आदित्य अभी तक उप सचिव मध्यप्रदेश शासन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के रूप में पदस्थ थे।

कांग्रेस ने जताया सख्त विरोध
हरदा मामले को लेकर मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। जहां एक ओर कांग्रेस ने पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट मामले की न्यायिक जांच की मांग की। जिसे नहीं मानने पर गुस्साए विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। वहीं हंगामे के कारण स्पीकर ने सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई। बाद में विधानसभा में हरदा में पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट मामले में करीब डेढ़ घंटे तक चर्चा हुई। कांग्रेस ने हरदा ब्लास्ट मामले में स्थगन प्रस्ताव पढ़ा, जिसे स्पीकर ने स्वीकार कर समय निर्धारित किया।

द्वितीय अनुपरक बजट पेश
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर उपमुख्यमंत्री और वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री जगदीश देवड़ा ने द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने इस पर चर्चा के लिए 9 फरवरी को 2 घंटे का समय तय किया है। इसके पहले अध्यक्ष की सहमति से मंत्री गौतम टेटवाला ने मध्यप्रदेश माल और सेवा कर संशोधन अध्यादेश 2024 को पटल पर रखा। इसके बाद उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने भारत के नियंत्रक महा लेखा परीक्षक के अलग-अलग प्रतिवेदनों को सदन के पटल पर रखा।

फैक्ट्री मालिक को संरक्षण देने वाले को फांसी की मांग
हरदा से कांग्रेस विधायक आरके दोगने प्रतीकात्मक सुतली बम की माला पहनकर विधानसभा पहुंचे। सदन में चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, फैक्ट्री मालिक को अगर मेरा संरक्षण था तो मुझे फांसी होनी चाहिए। जो वहां मंत्री था, उसका संरक्षण फैक्ट्री मालिक को था तो उसे भी फांसी होनी चाहिए।