Rewa News: रीवा में सेमरिया विधायक का कटाक्ष- उड़ता पंजाब की तरह बहता रीवा

अभय मिश्र ने गैंगरेप की घटना के बाद सत्ता पक्ष पर किया हमला, रीवा जिले की पुलिस पर खड़े किए सवाल

 

रीवा। जिले के गुढ़ थाना क्षेत्र में मनुष्यता को शर्मसार करने वाली सामूहिक दुष्कर्म की घटित घटना को लेकर विपक्ष अब सत्ता पक्ष और जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर कई तरह के सवाल खड़ा कर रहा है। कांग्रेस पार्टी के सेमरिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक अभय मिश्र ने गत दिवस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए रीवा पुलिस और सत्ता पक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कई तरह के सवाल खड़े किए हालांकि विधायक मिश्र ने कहा कि कोई नेता ऐसा कृत्य नहीं चाहता किन्तु शराब पैकारी और कोरेक्स कारोबारियों को संरक्षण जरूर दिया जा रहा है जिसके कारण पूरा जिला नशे की चपेट में है। 


मीडिया से बातचीत में सेमरिया विधायक ने कहा तस्कर नेताओं के दरवारी है और पुलिस के शागिर्द, जो कि पुलिस के साथ ही रहते है, यही कारण है कि वे पुलिस से नहीं डरते ऐसे में नशा बढ़ेगा तो नशेगत अपराध बढ़ेगा उसी की परिणित है नवविवाहिता के साथ गैंगरेप की घटना। 


पत्रकारवार्ता के दौरान विधायक मिश्र ने कहा कि सेमरिया में कुछ दिन पूर्व पुरवा जल प्रपात के पास एक सभ्रांत घर की बच्ची के साथ इसी तरह का कृत्य हुआ किन्तु वह रिपोर्ट लिखाने को तैयार नहीं है। 1 वर्ष पूर्व संभ्रांत घर की एक महिला के साथ वसामन मामा क्षेत्र में ऐसी ही घटना घटी थी। जिसमें टीआई ने उल्टा उसे ही डरा कर चुप करा दिया। वहीं सीनियर अधिकारी के पास गई तो वह अधिकारी भी अनर्गल बातें करने लगे। यह बात मुझे कई माह बाद पता हुई। इस तरह की घटनाओं का घटना बहुत बड़ा गंभीर विषय है यदि इन विषयों पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया। आने वाला कल अच्छा नहीं होगा।


 एफआईआर देरी से दर्ज की गई
सेमरिया विधायक अभय मिश्र ने पत्रकार वार्ता दौरान कहा कि दुष्कर्म की घटना 21 अटूबर को हुई जब पीड़िता गुढ़ थाना एफआईआर कराने थाने पहुंची तो उसे लौटा दिया गया, 22 अटूबर को तबियत बिगड़ने पर थाने गई तब भी सीएम के कार्यक्रम के कारण पुलिस ने उसे फ़िर भगा दिया बेबस तड़पती रही उपरांत पुलिस ने एफआईआर  दर्ज की। 


मऊगंज विधायक की पैरोकारी की 
सेमरिया विधायक ने कहा इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है अधिकारियों की निरंकुशता का आंकलन यहां से किया जा सकता है कि यहां के अधिकारी मऊगंज विधायक को सच बोलने पर उल्टा कटघरे में खड़ा करते है और स्वयं नेतागीरी कर रहे हैं। कैसी सरकार है, जिसे अपने विधायक का ख्याल नहीं है। यहां अधिकारी पैसे के साथ जातिगत आधार पर संरक्षण देकर नशे का कारोबार फैला चुके है, आज उड़ता पंजाब की तर्ज पर रीवा की युवा पीढ़ी नशे में बहती जा रही है, टीआई की पोस्टिंग शराब माफिया करा रहे हंै। परिस्थिति ऐसी है कि रीवा में बाल बच्चे रखने लायक नहीं है, पूरी पीढ़ी समाप्त हो गई, बचा तो कंक्रीट का जंगल और उसी की ठेकेदारी। 


पुलिस के संरक्षण में बिक रहा कोरेक्स, गांजा, दारू
सेमरिया विधायक मिश्र ने कहा कि रीवा जिले में अवैध मादक पदार्थ कोरेक्सकी बिक्री को लेकर कई बार शासन एवं प्रशासन का ध्यान पत्र के माध्यम से आकृष्ट कराया जाता रहा है लेकिन उसके कोई भी सार्थक परिणाम नहीं हुए। पत्रकारवार्ता दौरान विधायक अभय मिश्रा ने कहा कि पुलिस के संरक्षण में कोरेक्स, गांजा व दारु की बिक्री का ठेका ले रखा है, मेरे आवाज उठाने के बाद भी जिले में आए दिन पुलिस को नशीले पदार्थों के अवैध परिवहन व बिक्री के जखीरे प्राप्त हो रहे है। फिर भी उस पर पूर्णत: अंकुश पुलिस नही लगा पा रही। जससे साफ जाहिर होता है कि कहीं न कहीं सहभागिता व सफेद पोश नेताओं के संरक्षण का परिणाम है। 


सेमरिया पुलिस की नशा कारोबारियों के साथ पार्टनरशिप
सेमरिया थाना क्षेत्र के एक मामले को लेकर कहा कि अराजक तत्वों द्वारा गलत कृत्य किया, जिसके संबंध में कई बार परिवार के लोगों एवं मेरे द्वारा पत्र लिख कर कार्यवाही का आग्रह किया गया लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने सेमरिया पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की कोरेक्स गांजा व नशीली दवाई की बिक्री करने वालों के साथ पार्टनरशिप में व्यापार करने और लाभ प्राप्त की शिकायत मेरे द्वारा मुख्यमंत्री एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से की गई उस पर आज भी कार्यवाही संबंधितों के विरुद्ध आपेक्षित है।