Rewa News: रीवा के एक गांव में सड़क का नहीं हुआ निर्माण, वृद्ध महिला को एक किमी ठेले में बैठाकर अस्पताल लाए परिजन

जवा थाने के मदरो गांव में सड़क के नाम पर कीचड़ से होता है लोगों का सामना

 

रीवा। पंचायतों में विकास हेतु पंचायती राज व्यवस्था लागू है जिसमें हर पांच साल में सरपंच चुने जाते है लेकिन पंचायतों का विकास भगवान भरोसे है। गांव से आए दिन ऐसी तस्वीरें सामने आ रही है जो विकास के दावों की पोल खोल रही है।

एक महिला बीमार हो गई थी जिस पर उनका इलाज करवाने के लिए घर वालों को ठेले में बैठाकर उनको सड़क तक लाना पड़ा। कीचड़ से होकर पैदल घर वाले ठेले को धक्का लगाते हुए सड़क तक आए। 


बताया गया है कि मरीज को ठेले में बैठाकर अस्पताल ले जाने का वीडियो वायरल हुआ है। मदरो गांव में रहने वाली पार्वती सिंह 65 साल की तबियत खराब हो गई थी। घर वालों ने 108 ए बुलेंस को फोन किया।

गांव में रोड नहीं थी जिसकी वजह से एम्बुलेंस ने आने से मना कर दिया। गांव को पहुंचने वाली सड़क में कीचड़ था जिसकी वजह से कोई वाहन उनके गांव तक नहीं पहुंच पाया। थकहार कर आज घर वालों ने वृद्ध महिला को ठेले में बैठाया।


 बताया गया है कि बारिश के बीच छाता लगाकर महिला को ठेला धक्का लगाते हुए ले जाने लगे। महिला को काफी प्रयास के उपरांत सड़क तक लाए। वहां से फिर उनको उपचार हेतु अस्पताल लाया गया है। जिस महिला को तुरंत उपचार मिलना था वह गांव के विकास की वजह से घंटो इलाज के लिए तरसती रही। इतना ही नहीं उनके घर के लोग भी उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए परेशान होते रहे। 


महिला को ठेले में लेकर जाने का वीडियो सामने आया है। इसमें छाता लगाकर लोग महिला को बारिश से बचाते हुए सुरक्षित लेकर जा रहे थे। सवाल यह उठता है कि पंचायतों में आखिर किस तरह का विकास हो रहा है जहां इलाज के लिए लोगों को अस्पताल तक पहुंचाना मुश्किल हो जाता है।


कई वीडियो हो चुके हैं वायरल
गांव में खटिया में लिटाकर मरीज को अस्पताल ले जाने के कई वीडियो वायरल हो चुके है। लालगांव क्षेत्र का एक वीडियो सामने आया था जिसमें मरीज को खटिया में लिटाकर परिजन पैदल चले थे और उनको अस्पताल लेकर आए थे।


इसके अतिरिक्त दर्जनों वीडियो ऐसे सामने आए है जिसमें रोड की वजह से घर वाले मरीजों को खटिया और ठेले में लिटाकर सड़क तक लाते है। इन गांवों में सड़क का निर्माण लोगों के लिए एक स्वप्र बनकर रह गया है।