Rewa News: रीवा में आरआई तीन हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रैप

लोकायुक्त ने शिकायत मिलने के बाद दबोचा, आए दिन सामने आ रहे मामले

 

रीवा। राजस्व विभाग के कर्मचारी बिना लेनदेन के कोई काम नहीं करते है। आए दिन राजस्व विभाग के कर्मचारी रिश्वतखोरी में ट्रैप हो रहे है। लोकायुक्त ने आज एक राजस्व निरीक्षक को रिश्वत लेते रंगे हाथ ट्रेप किया है। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। 


बताया गया है कि लोकायुक्त ने रिश्वत लेते राजस्व निरीक्षक को ट्रैप किया है। शिकायकर्ता इंद्रमणि प्रसाद शुक्ला निवासी बीड़ा थाना सेमरिया को अपनी जमीन का सीमांकन करवाना था जिसके लिए उन्होंने आवेदन लगाया था।


उक्त सर्किल के राजस्व निरीक्षक रामविश्वास कोल पिता स्व. विश्राम कोल 55 साल निवासी फुंटौधा थाना कोलगवां जिला सतना ने उनसे पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। आरोपी बतौर रिश्वत दो हजार रुपए उनसे ले चुका है लेकिन वह तीन हजार रुपए और देने के लिए उनका दबाव डाल रहा था। उन्होंने तुरंत इसकी शिकायत लोकायुक्त में की।


बताया गया है कि लोकायुक्त ने उनकी शिकायत की तस्दीक की जिसमें आरोपी राजस्व निरीक्षक लेनदेन की बात करते कैद हुआ है। उसको ट्रेप करने के लिए आज लोकायुक्त ने दस सदस्यीय टीम का गठन किया। आरोपी आरआई मोतीलाल साकेत निवासी बरौं के सामने आज उनको रुपए लेने के लिए बुलाया था। 


पीड़ित ने वहां पहुंचकर राजस्व निरीक्षक को रिश्वत के रुपए दिए जिसे उसने जेब में डाल लिया। इस दौरान लोकायुक्त ने पहुंचकर उसको पकड़ लिया। उसके पास से रिश्वतखोरी के तीन हजार रुपए भी जब्त हुए है। उक्त कार्रवाई से हड़कंप मच गया। राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण कायम किया गया है।


राजस्व विभाग में सर्वाधिक कार्रवाई
लोकायुक्त ने राजस्व विभाग में सबसे ज्यादा कार्रवाई की है और यहां भ्रष्टाचार के सर्वाधिक मामले सामने आए है। कर्मचारी बिना रुपए लिए किसी व्यक्ति का काम नहीं करते है और उन पर रिश्वत लेने का दबाव डालते है।


परेशान होकर कुछ लोग लोकायुक्त पहुंच जाते है जिस पर लोकायुक्त द्वारा उनको ट्रेप किया जाता है। इसके बाद भी राजस्व विभाग में रिश्वतखोरी पर लगाम लगाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है।


पीएम आवास का लाभ दिलाने पंचायत सचिव ने मांगी रिश्वत, वीडियो वायरल
पीएम आवास का लाभ दिलाने के लिए पंचायत सचिव ने रिश्वत की डिमांड की है। इसका वीडियो सोशल मीडिया में सामने आया है। पंचायत सचिव पीड़ित से रुपए की मांग कर रहे है। बताया गया है कि मऊगंज जिले के ग्राम पंचायत डिहिया में पंचायत सचिव ने लोगों से पीएम आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर रुपए की मांग की।


जिन लोगों ने रुपए नहीं दिए उनका योजना से नाम भी हटा दिया। उनके लेनदेन का वीडियो कुछ लोगों ने बना लिया जिसको सोशल मीडिया में वायरल किया है। वीडियो में पंचायत सचिव खुलेआम रिश्वत मांगते हुए नजर आ रहे है।