Rewa News: रीवा CMO हरिमित्र श्रीवास्तव ने कराया एरियर्स का फर्जी भुगतान, शासन को 3.80 लाख के राजस्व का नुकसान
EOW ने दर्ज किया प्रकरण, दो बार कार्यालय से प्राप्त किया एरियर्स की राशि
रीवा। शासकीय अधिकारी द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार करके एरियर्स की राशि का भुगतान कराया गया है। एक बार भुगतान लेने के बाद दुबारा उन्होंने भेजा था। इसकी शिकायत हुई तो जांच के आदेश ईओडब्लू को दिए गए। ईओडब्लू ने जांच उपरांत सीएमओ के विरुद्ध धोखाधड़ी का प्रकरण कायम किया है। एक शासकीय अधिकारी ने फर्जी दस्तावेज तैयार करके शासन को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान पहुंचाया है।
बताया गया है कि सीएमओ के खिलाफ ईओब्लू ने धोखाधड़ी का अपराध कायम किया है। सहायक परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास प्राधिककरण रीवा के पद पर पदस्थ हरिमित्र श्रीवास्तव को जिला कलेक्टर द्वारा वर्ष 2021 में मनगवां सीएमओ का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था जहां की भी वे जिम्मेदारी निभा रहे थे।
हरिमित्र श्रीवास्तव ने नगर परिषद मैहर में पदस्थापना अवधि का सांतवे वेतनमान के अंतर की राशि 3.80 लाख रुपए का फर्जी एरियर पत्रक तैयार कर उक्त रािश नगर परिषद मनगवां के बैंक के खाते से 1 जनवरी 2022 को प्राप्त किया गया था। भुगतान बाऊचर में सीएमओ के साथ लेखापाल के साइन थे जो उन्होंने खुद कर लिए थे।
बताया गया है कि सातवें वेतनमान जनवरी 2016 से मई 2018 तक की अवधि का एरियर का पूरा भुगतान प्राप्त कर लेने के बाद उन्होंने 2 फरवरी 2022 को पुन: फर्जी एरियर पत्रक तैयार कर उसे अनुमोदन हेतु नगर परिषद मैहर भेजा था।
सीएमओ ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उक्त भुगतान प्राप्त किया और स्वयं के खाते मेंं उक्त भुगतान मंगवाकर शासकीय राशि का दुरुपयोग हुआ। इस पूरे प्रकराण की शिकायत ईओडब्लू में की गई थी। ईओडब्लू ने पूरे प्रकरण को विवेचना में लिया और जांच उपरांत सीएमओ के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण कायम कर लिया है। उनको धोखाधड़ी व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत नामजद किया गया है। ईओडब्लू ने अब पूरे प्रकरण को जांच में लिया है।
अपनी कारगुजारियों को लेकर सुर्खियों में रहते थे सीएमओ
सीएमओ हरिमित्र श्रीवास्तव अपनी कारगुजारियों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते थे। मनगवां में पदस्थापना के दौरान उन्होंने कई बार ऐसे कृत्य किए थे जिसको लेकर वे काफी सुर्खियों में रहे है। उन्होंने अपने पद का दुनपयोग करते हुए उन्होंने शासन की राशि को क्षति पहुंचाई है जिससे इस बार वे कानून के फंदे में फंस गए है।