Rewa News: किसानों को तीन फसली खेती के लिए प्रेरित करें: बीएस जामोद
रीवा कमिश्नर ने कृषि आदानों की समीक्षा की, बोले- किसानों और जनप्रतिनिधियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में शामिल करें
रीवा। कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में कमिश्नर बीएस जामोद ने कृषि आदानों की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि रीवा और शहडोल संभाग की कृषि उत्पादन आयुक्त महोदय 20 नवम्बर को रीवा में समीक्षा करेंगे। इस बैठक के एजेण्डा बिन्दुओं तथा विभागीय उपलब्धियों की जानकारी दो दिवस में प्रस्तुत करें। कृषि उद्यानिकी, पशुपालन तथा मछली पालन विभाग के अधिकारी संभाग से लेकर ग्राम स्तर तक समन्वय से कार्य करें।
एक दूसरे की विभाग की योजनाओं की पूरी जानकारी रखें तथा विभागीय लक्ष्यों की पूर्ति में एक दूसरे का सहयोग करें। योजनाओं का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कराके किसानों को लाभकारी खेती के लिए प्रेरित करें।
किसानों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन करें। रीवा संभाग में सिंचाई की सुविधा में वृद्धि होने से खेती में तेजी से विकास हुआ है। फल, फूल, सब्जी तथा मसाले की खेती के लिए किसान को प्रोत्साहित करें। सुन्दरजा आम के क्षेत्र विस्तार के लिए विशेष प्रयास करें।
बैठक में कमिश्नर ने कहा कि धान की फसल की देर से बोनी होने के कारण इसकी कटाई में देरी होती है जिससे नवम्बर माह के अंत तक गेंहू की बोनी हो पाती है। यदि धान की फसल अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में कट जाये तो नवम्बर के पहले सप्ताह में आगामी फसल की बोनी हो जायेगी। इससे गर्मी की फसल के लिए पर्याप्त समय मिल जायेगा।
इस संबंध में किसानों को समझाइश देकर उन्हें तीन फसली खेती के लिए प्रेरित करें। खाद के वितरण की कड़ी निगरानी रखें। जिन केन्द्रों में किसानों की भीड़ आ रही है वहां तत्काल अतिरिक्त खरीदी केन्द्र शुरू करा दें। उप संचालक कृषि तथा अन्य अधिकारी खाद वितरण केन्द्र का नियमित निरीक्षण करें।
वितरण केन्द्र में किसानों को अधिकतम दो घंटे में खाद मिल जाये ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें। कमिश्नर ने कहा कि जिन गांव में फसल प्रदर्शन लगाये गये हैं उनका अन्य गांव के किसानों को भ्रमण करायें जिससे नये किसान अच्छी फसल के लिए प्रेरित हो सके।
बैठक में कमिश्नर ने कहा कि संभाग में उद्यानिकी फसल बड़े क्षेत्र में ली जा रही है। आम, अमरूद, ड्रेगन फ्रूट, आमला तथा स्ट्राब्रोरी के क्षेत्र विस्तार पर विशेष ध्यान दें। आनाजों की खेती से उद्यानिकी फसलें अधिक लाभ दायक हैं। खाद्य प्रसंस्करण तथा पशुपालन विभाग के बैंकों में लंबित प्रकरणों को स्वीकृत कराकर हितग्राहियों को लाभांवित करें। बैठक में कमिश्नर ने पशुओं के टीकाकरण, गौशाला के संचालन, मछली पालन तथा दुग्ध उत्पादन को बढावा देने के प्रयासों की समीक्षा की।
ये रहे उपस्थित
बैठक में संयुक्त संचालक कृषि केएस नेताम ने विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रस्तुत की। बैठक में संयुक्त संचालक पशुपालन डॉ. राजेश मिश्रा, उप संचालक उद्यानिकी योगेश पाठक, उप संचालक मछली पालन डॉ. अंजना सिंह, उपायुक्त डा. दिव्या त्रिपाठी, सहायक संचालक प्रीति द्विवेदी तथा बैठक से संबंधित सभी अधिकारी उपस्थित रहे।