Rewa News: रीवा में ठगी के आरोपियों से मोबाइल व क्यूआर कोड हुए जब्त

बुजुर्ग द्वारा अपनी लाइसेंसी बंदूक से आत्महत्या का मामला: रिमांड खत्म होने पर आरोपियों को भेजा गया जेल

 

रीवा। राजस्थान से गत दिवस पकड़े गए ठगी के आरोपियों को रिमांंड में लेकर पुलिस राजस्थान गई थी। राजस्थान में उनके पास से ठगी का पूरा सामान जब्त हुआ है जिससे वे लोगों को झांसा देते थे और रुपए ऐंठते थे। आरोपियों से ठगी के बारे में विस्तृत पूछताछ की गई है और बाद में उनको न्यायालय पेश कर दिया गया। आरोपी अभी जेल में है और यदि दूसरे मामले में उनकी भूमिका सामने आती है तो उसमें भी नामजद करने की कार्रवाई की जाएगी।


 बताया गया है कि ठगी के आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय मेंं पेश कर दिया है। चौकड़ा स्कूल थाना सिटी कोतवाली में रहने वाले सरोज कुमार दुबे 65 वर्ष ने गत दिवस अपनी लाइसेंसी बंदूक से गोली चलाकर आत्महत्या की थी। पुलिस ने जब पूरे प्रकरण को विवेचना में लिया तो उनके साइबर फ्राड का शिकार होने की जानकारी मिली। 


पुलिस की एक टीम राजस्थान भेजी गई और वहां से ठगी करने वाले तीन आरोपियों को पकड़कर रीवा लाया गया। पूछताछ करने आरोपियों ने ठगी की घटनाकारित करना स्वीकार किया। उनको न्यायालय से रिमांड में लिया गया। आरोपियों को लेकर पुलिस राजस्थान गई थी। 


बताया गया है कि तीनों आरोपियों को लेकर पुलिस राजस्थान गई। उन स्थानों की पड़ताल की गई जहां से वे ठगी करते थे। उनके पास से चार मोबाइल फोन, क्यूआर कोड जब्त हुए है। क्यूआर कोड भेजकर वे खातों में रुपए मंगवाते थे। 

आरोपियों के क्यूआर कोड में कितने रुपए आए है इस बारे में पुलिस सुरागरशी का प्रयास कर रही है। बैंक से आरोपियों के खाते के बारे में विस्तार से पुलिस जानकारी मंगा रही है। बैंक से डिटेल आने के बाद कई पीड़ितों के नाम सामने आने की संभावना है।


कंपनी बनाकर आरोपी करते थे ठगी
आरोपियों ने इंटरनेट में एक फर्जी कंपनी बनाई थी। इस कंपनी में वे लोगों को पुराने सिक्के और नोट बेंचने का झांसा देते थे। जो उनकी बातों में आता था उसको करोड़ों कमाने की जानकारी देते थे। इनके पास नोट के बंडल की फोटो होती थी और सिक्योरिटी के साथ पैसा आने की फोटो भी भेजी जाती थी जिससे लोग उन पर विश्वास कर ले और आसानी से लोग उनके झांसे में आ जाते थे।