Rewa News: रीवा में झमाझम, 'बूड़ा' की आशंका से सहमे लोग

24 घंटे में 2.2 इंच बारिश ने बिगाड़े हालात, शहर-गांव हर जगह लोग परेशान

 

कई मोहल्लों में पानी भरा, घरों के सामान तक तैरने लगे; राहत एजेंसियां लगातार अलर्ट पर

रीवा। बुधवार 16 जुलाई की रात से लगातार हो रही बारिश ने लोगों को तार-तार कर दिया है। कभी तेज बारिश तो कभी हल्की बूंदाबांदी, लेकिन बारिश का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा। इससे एक बार फिर हालात बिगड़ने की आशंका है। लगातार बारिश के कारण बीहर और बिछिया नदियां उफान पर आ गई हैं। नदी किनारे बसे बांस घाट मोहल्ला, निपनिया, रानी तालाब, झिरिया और निराला नगर जैसे क्षेत्रों में घर जलमग्न हो गए हैं। 


वहीं समूचे शहर में लगातार हो रही बारिश से लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें साफतौर पर नजर आने लगी हैं। बीहर, बिछिया, टमस, ओड्डा और महाना नदियों में उफान से जिलेभर के लोग दहशतजदा हैं। वहीं त्योंथर क्षेत्र में बेलन का बढ़ता जलस्तर भी लोगों को भयभीत किए हुए है। बाढ़-बूड़ा के डर से हर कोई आशंकित है। 


शहर के तमाम घरों में भरा पानी


रीवा के तमाम मोहल्लों में कुछ घरों में पानी भरने से लोग परेशान हैं। घरों का सामान तैरने लगे हंै और लोगों का जीवनयापन खतरे में है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बारिश के दौरान नदी-नालों के पास न जाएं, और जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद लें।


सुबह 5 बजे से ही डटे ननि आयुक्त 


शहर में लगातार हो रही अत्यधिक वर्षा के कारण कई इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई। ऐसे में नगर निगम आयुक्त डॉ. सौरभ सोनवणे ने गुरुवार की सुबह 5 बजे से ही शहर के अलग-अलग क्षेत्रों का भ्रमण शुरू कर हालात का जायजा लिया। निगमायुक्त ने शिवकंठ नगर, वार्ड 13, 15 एवं विभिन्न क्षेत्रों में पूरे दिन लगातार भ्रमण करते हुए जलभराव वाले स्थानों की मॉनिटरिंग की और राहत एवं बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। 


उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल जल निकासी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और मौके पर मौजूद अमले को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जहां-जहां वाटर लॉगिंग की समस्या गंभीर थी, वहां कच्ची नालियां खुदवाकर पानी की निकासी कराई गई, और कुछ स्थानों पर परमानेंट स्ट्रक्चर तोड़कर अवरोध हटाए गए। जेसीबी मशीनों से कच्ची नालियां खोदकर वर्षा जल की निकासी सुनिश्चित की गई। 


7 राहत केंद्रों में 3 सैकड़ा लोग 


आयुक्त ने बताया कि शहर के अलग-अलग वार्डों में 13 जेसीबी मशीनों, ब्रेकर मशीन और मैन्युअल श्रमिकों की मदद से राहत कार्य जारी हैं। इस कार्य में नगर निगम के कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री, उपयंत्री, निर्माण शाखा और राजस्व अमला पूरे दिन पूरी मुस्तैदी से तैनात रहा। इसके साथ ही निगम आयुक्त ने कंट्रोल रूम से भी लगातार निगरानी रखते रहे। 


आयुक्त ने बताया कि कंट्रोल रूम में आने वाली सभी शिकायतों पर तत्काल संज्ञान लेकर जल निकासी की व्यवस्था कराई जा रही है। कंट्रोल रूम से प्राप्त शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को सर्कुलेट कर मौके पर निराकरण कराया जा रहा है। 


राहत केंद्रों में ठहरने और खाने की व्यवस्था 

वर्षा से प्रभावित नागरिकों के लिए नगर निगम द्वारा राहत केंद्रों में ठहरने और खाने की व्यवस्था भी की गई है, वर्तमान में 7 राहत केंद्रों में 300 लोग रुके हुए है जिनमें गूढ़ चौराह स्कूल, संस्कृति कॉलेज, टीआरएस कॉलेज, मार्तंड स्कूल, एस के स्कूल, सरस्वती स्कूल में व्यवस्था की गई है । साथ ही निपानिया और बिछिया और खैरी इलाके में बस्तियों में भी भोजन वितरित किए गए है।


ये है कंट्रोल रूम का नम्बर

निगम आयुक्त ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी समस्या की स्थिति में तत्काल कंट्रोल रूम 18008899711 को सूचित करें, नगर निगम की टीमें पूरी तरह से सक्रिय हैं। ज्ञात हो कि गुरुवार को कंट्रोल रूम से पूरे हालात की लगातार मॉनिटरिंग की गई और वहां प्राप्त लगभग 95 शिकायतों पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जल निकासी का कार्य किया गया। 


कंट्रोल रूम से लगातार मॉनिटरिंग की गई और वहां प्राप्त शिकायतों को संज्ञान में लेकर जल निकासी का कार्य लगातार जारी रहा। भारी बारिश के कारण निर्मित जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति पर कंट्रोल रूम एवं सोशल मीडिया एवं फोन में प्राप्त शिकायतों पर नगर निगम की टीम लगातार जुटी रही और शहरभर में जेसीबी मशीनें दौड़ाकर जल निकासी का कार्य किया गया।


इन क्षेत्रों में हुए राहत कार्य
जिन क्षेत्रों में तत्काल जल निकासी की व्यवस्था कराई गई उनमें वार्ड 15 में तिवारी होटल के पीछे, बंसल बस्ती के पास, शारदापुरम, विहान हॉस्पिटल के पीछे, बेलौहन टोला, वार्ड 26 में लालन टोला, डिमार्ट के सामने, कमला नेहरू स्कूल के पास, वार्ड 13, वार्ड 10, वार्ड 9 निराला नगर, वार्ड 8 विकास आटा चक्की के पास, विभीषण नगर, वार्ड 38 नगरिया हनुमान मंदिर, वार्ड 43 चिरहुला मंदिर के पीछे, गोपाल नगर, वार्ड 39 अखाड़ घाट और शिवकंठ नगर सहित विभिन्न क्षेत्र शामिल रहे। 


सभी क्षेत्रों में जेसीबी मशीनों और निगम कर्मचारियों की मदद से पानी की निकासी कर लोगों को राहत दी गई। इस दौरान निगम के कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री, उपयंत्री, स्वास्थ्य अधिकारी, स्वच्छता निरीक्षक, नाला गैंग की पूरी टीम युद्धस्तर पर डटकर मौजूद रही।


कलेक्टर का फोकस ग्रामीण क्षेत्रों में

जिले में लगातार बारिश होने से कई क्षेत्रों में जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई। रीवा नगर निगम में घरों तथा निचली बस्तियों से जल भराव से निपटने के लिए नगर निगम की टीम लगातार प्रयास करती रही। कलेक्टर प्रतिभा पाल के मार्गदर्शन में पानी निकासी की व्यवस्था में अधिकारी और कर्मचारी मुस्तैद रहे।


 रीवा स्थित किला रोड में क्षतिग्रस्त मकान से लोगों को बाहर निकाला गया। ग्राम पंचायत मझिगवां एवं सेमरिया में जल निकासी की व्यवस्था कराई गई। इसी प्रकार नगर परिषद सिरमौर में वार्ड क्रमांक 11 में पानी भर गया था जिसे नगर परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों ने तत्परतापूर्वक बाहर निकलवाया। 


कलेक्टर ने एसडीएम और तहसीलदार को क्षतिग्रस्त मकान का सर्वे कर राहत राशि का प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिए। नगर निगम एवं जिला पंचायत में स्थापित कंट्रोल रूम में जल भराव की सूचना मिलने पर तत्काल संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों एवं होमगार्ड के जवानों ने राहत और बचाव का कार्य किया।