Rewa News: रीवा में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रतिमा को लेकर हुआ विवाद, पुलिस ने रुकवाया काम
एसएएफ चौराहा में प्रतिमा लगाने की मांगी गई थी एनओसी, बिना एनओसी ही शुरू किया काम
रीवा। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी की प्रतिमा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। निर्धारित स्थल से अन्यत्र प्रतिमा लगाई जा रही थी। जिस जगह पर प्रतिमा लगाई जा रही है वह पुलिस विभाग की जमीन है जिसको लेकर पुलिस ने काम रुकवा दिया है और वहां पर सुरक्षार्थ पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस विभाग उक्त स्थान पर प्रतिमा निर्माण का विरोध कर रहा है।
बताया गया है कि शहर में श्रीनिवास तिवारी की प्रतिमा को लेकर पुलिस विभाग ने काम रुकवा दिया है। कांग्रेस द्वारा शहर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी की प्रतिमा लगाने के लिए आवेदन दिया था जिस पर एसएएफ चौराहा में प्रतिमा लगाने की मांग की गई थी। इसके लिए पुलिस विभाग से एनओसी मांगी गई थी जिसमें एसएएफ चौराहा में उनकी प्रतिमा लगाई जानी थी।
बुधवार को कांग्रेस द्वारा पुलिस लाइन चौराहे में प्रतिमा का निर्माण शुरू कर दिया गया। वहां पर प्रतिमा लगाने के लिए कंस्ट्रक्शन शुरू हो गया जिसकी सूचना पुलिस को मिल गई।
बताया गया है कि सूचना पर तुरंत बिछिया थाने की पुलिस स्पाट में पहुंच गई। जहां पर प्रतिमा लगाने का काम चल रहा था वह पुलिस विभाग की जमीन है और वहां पर शासकीय आवास बनने है।
प्रतिमा लगाने का स्थल एसएएफ चौराहा चयन किया गया था लेकिन उसका निर्माण पुलिस लाइन चौराहे में पुलिस विभाग की जमीन पर कराया जा रहा था जिसके लिए पुलिस विभाग से एनओसी तक नहीं ली और नियम विरुद्ध तरीके से काम कराया जा रहा था। पुलिस विभाग ने यहां पर निर्माण कार्य रुकवा दिया। प्रतिमा को लेकर यहंा पर विवाद शुरू हो गया है।
पुलिस बल तैनात
जिस स्थान पर प्रतिमा लगवाने का काम कराया जा रहा था वहां पर काम रुकवाने के बाद अब पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त कंस्ट्रक्शन सामान को भी वहां से हटवा दिया गया। अभी अहतियात के तौर पर वहां पर पुलिस बल तैनात है ताकि यदि दुबारा इस तरह का कृत्य किया जाये तो उस पर तत्काल रोक लगाई जा सके।
इनका कहना है-
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष की प्रतिमा लगाने को लेकर एक लेटर नगर निगम से आया था जिसमें एसएएफ चौराहे में प्रतिमा लगाई जानी थी लेकिन बुधवार को उसका निर्माण पुलिस लाइन चौराहे पर पुलिस विभाग की जमीन पर किया जा रहा था। यह पुलिस की जमीन है और यहां पर शासकीय आवासों का निर्माण होना है।
-मनीषा उपाध्याय, थाना प्रभारी बिछिया