Rewa News: रीवा में मजदूरी मांगने पर युवक के साथ मारपीट, थाने में दिन भर हुआ हंगामा

चोरहटा थाने की पुलिस लोगों को समझाने में जुटी, विधायक पर है मारपीट का आरोप

 

रीवा। मजदूरी मांगने पर एक युवक के साथ दर्जन भर से अधिक लोगों ने मारपीट की है। उसको बेहरमीपूर्वक पीटा है जिसमें उसको काफी चोटे आई है। घटना के उपरांत युवक के पक्ष से बड़ी सं या में भाजपाई चोरहटा थाने पहुंच गए और विधायक पर आपराधिक प्रकरण कायम करने की मांग करने लगे जिसकी वजह से थाने में हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई। पुलिस ने पूरे मामले को जांच में लिया है। 


बताया गया है कि एक युवक के साथ मारपीट के प्रकरण में शुक्रवार को थाने में बवाल मचा रहा। विधायक अभय मिश्रा के यहां काम करने वाले अभिषेक तिवारी निवासी भलुआ थाना रायपुर कर्चुलियान के साथ विधायक के फार्म हाऊस में मारपीट हुई थी। विधायक के दूसरे स्टाफ ने युवक केा जानवरों की तरह पीटा जिसमें उसको काफी चोट आई थी। युवक ने अशोक तिवारी निवासी नरेन्द्र नगर के साथ मारपीट की थी जिस पर उसकी रिपोर्ट पर अपराध कायम हुआ था। वहीं आरोपी ने विधायक और उनके साथियों पर मारपीट करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है।


 बताया गया है कि विधायक के विरुद्ध प्रकरण कायम करने के लिए आज कई भाजपा नेता उसके घर वालों के साथ थाने पहुंचे और थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। पुलिस उनको समझाने का प्रयास कर रही थी लेकिन स्थिति सामान्य नहीं हुई और सारे भाजपा नेता कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए थे।

 शाम को पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी चोरहटा थाने आए तो काफी ज्यादा हंगामा हो गया। पुलिस जांच उपरांत कार्रवाई की बात बोल रही थी लेकिन भाजपा नेता तुरंत एफआईआर करने की मांग कर रहे थे जिसकी वजह से पूरे दिन थाने में बवाल रहा।


यह बोला पीड़ित युवक
पीड़ित युवक ने जानकारी देते हुए बताया कि वह अभय मिश्रा के फार्म हाऊस में काम करता था। उसने अशोक तिवारी ने तन वाह मांगी थी जिस पर उसने शाम को भैया के आने पर पैसा देने की बात कही थी। शाम को विधायक ने  उसको कमरे में बुलाया और उसके साथ मारपीट की। बाद में विधायक के गुर्गों ने भी उसको पीटा था जिसकी वजह से उसको काफी चोट आई है।


विधायक ने किया आरोपों का खंडन

विधायक ने युवक के आरोपों का खंडन किया है। विधायक ने यह स्वीकार किया है उनके कर्मचारियों के बीच आपस में मारपीट हुई थी। उन्होंने मीडिया से रुबरु होते हुए बताया कि शाम को सिंगापुर से वापस लौटकर रीवा आए थे तो उनको मारपीट के बारे में पता चला था। 


उन्होंने दोनों युवकों को बुलवाकर डांटा था और वहां से चले गए। इसके बाद फिर कर्मचारियों के बीच मारपीट हुई। एक पक्ष ने थाने में जाकर रिपेार्ट दर्ज करवा दी जिस पर अपराध कायम हो गया। दूसरे पक्ष ने भी एफआईआर दर्ज करवाने के लिए हमारे राजनीतिक विरोधियों की मदद ली और हमारे ऊपर मारपीट का झूठा आरोप लगा दिया।