Rewa News: रीवा में कड़े विरोध के बीच ढहाई गई 35 दुकानें, भारी पुलिस बल रहा मौजूद

नगर निगम व जिला प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में गिराई गई दुकानें

 

रीवा। कड़े विरोध के बीच आज नगर निगम ने लगभग तीन दर्जन दुकानों को धराशायी कराया है। इस बीच व्यापारियों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा जिसकी वजह से पुलिस बल दूसरे थानों से भी बुलाया गया था। दुकानदारों ने अपने तरफ से काफी विरोध किया लेकिन पुलिस बल की मौजूदगी में उक्त दुकानों को गिराया गया है। 

 


बताया गया है कि कड़े विरोध के बीच प्रशासन ने आज दुकानों को धराशायी कराया है। दुकाने निजी स्वामित्व की जमीन पर स्थित थी जो काफी पुरानी हो गई थी और कंडम हो गई थी। नगर निगम ने इनको गिराने के लिए भूमि स्वामी को आदेशित किया था जिन्होंने दुकानों को गिराने के एवज में रुपए जमा किए थे। उसके बाद आज नगर निगम और जिला प्रशासन ने यहां पर दुकानों को गिराने की कार्रवाई की गई। आज सुबह भारी पुलिस बल के साथ नगर निगम का अमला पहुंचा तो लोगों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। 

 


 स्थानीय लोग नगर निगम की इस कार्रवाई को अनुचित बता रहे थे और बिना नोटिस के गिराने की जानकारी दे रहे थे। दुकानदारों के विरोध को देखते हुए दूसरे थानों से भी बल को बुलाया गया। कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच आज 35 दुकानों को धराशायी करवा दिया गया। दुकानदारों का कहना था कि हमको किसी तरह से नोटिस नहीं मिली है। हम लोग दुकान का नियमित टैक्स भी जमा कर रहे है। आज नगर निगम ने यहां पर गलत ढंग से कार्रवाई की है। 


रोड का होना है चौड़ीकरण 
मौके पर मौजूद नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि रोड का चौड़ीकरण होना है। यह रोड काफी संकीर्ण है जिसकी वजह से आये दिन जाम लगता है। कई बार एम्बुलेंस गाड़ियां भी यहां से गुजरती है जो जाम में फंस जाती है। रोड में मैकेनिक गाड़ियां बनाते है जिसकी वजह से जाम लगता है। ये दुकाने प्राइवेट लैण्ड में स्थित थी जिस पर भूमिस्वामी को दुकानें हटाने का आदेश दिया गया था। दुकानेे कंडम हो गई थी और दुर्घटना होने की संभावना थी जिसके लिए भी उनको हटाया गया है।

इनका कहना है-
यहां पर नगर निगम कार्रवाई कर रहा है। यातायात में बाधक बनी करीब 35 दुकानों को यहां पर गिराने की कार्रवाई की जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त पुलिस बल यहां पर तैनात है। नगर निगम द्वारा दुकानों को गिराया जा रहा है जिसकी वजह से यातायात सुगम हो सकेगा।
-रितु उपाध्याय, सीएसपी रीवा