Mauganj News: डीईओ कार्यालय से मृत शिक्षकों को जारी हुई नोटिस
मऊगंज के तीन शिक्षकों की हो चुकी है मौत, अनुपस्थित रहने पर जारी हो गई नोटिस
मऊगंज। अपनी कार्यप्रणाली को लेकर सुर्खियोंं में रहने वाला डीईओ कार्यालय एक बार फिर चर्चा में आ गया है। इस बार विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिन शिक्षकों की मौत हो चुकी है उनको विभाग ने नोटिस जारी कर अनुपस्थित रहने का कारण पूंछा है। यह नोटिस देखकर घर वाले भी हैरान है। अधिकारी अपने विभाग के कर्मचारियों के साथ न्याय नहीं कर पा रहे है।
बताया गया है कि डीईओ कार्यालय ने मृत शिक्षकों को नोटिस जारी की है। शिक्षा विभाग ने इस बार लापरवाही सारी हदें पार कर दी है। डीईओ ऑफिस से मऊगंज के तीन शिक्षकों को नोटिस जारी हुआ है।
शिक्षक देवतादीन कोल की मृत्यु 29 अप्रैल 2023, प्राथमिक स्कूल बैरिहा के शिक्षक रामगरीब दीपांकर की मृत्यु फरवरी 2025 व छोटेलाल साकेत प्राथमिक शिक्षक दुबगवां की मृत्यु इस वर्ष हो चुकी है। इन तीनों शिक्षकों ने विभाग ने नोटिस जारी किया है और उनके अनुपस्थित रहने का कारण पूंछा है।
बताया गया है कि यह नोटिस जब घर वालों तक पहुंची तो उसे देखकर वे हैरान रह गए। उनके घर के सदस्य ने इतने साल विभाग की सेवा की और अब उनकी मौत के बाद विभाग द्वारा यह व्यवहार किया जा रहा है। मृत शिक्षकों को नोटिस जारी होने का मामला जैसे ही सामने आया तो डीईओ कार्यालय में भी हड़कंप मच गया। विभाग अपनी गलती को छिपाने के लिए लीपापोती करने में लग गया है।
बीईओ कार्यालय की लापरवाही आई सामने
मृत शिक्षकों को नोटिस जारी होने पर विभाग अपनी सफाई दे रहा है। उनके मुताबिक पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों की हाजिरी दर्ज की जाती है और जो शिक्षक अनुपस्थित रहते है उनको नोटिस जारी हो जाती है।
इस लापरवाही में बीईओ कार्यालय की लापरवाही सामने आई है। मृत शिक्षकों का नाम पोर्टल से हटाना चाहिए था लेकिन उन्होंने इसकी तकलीफ नहीं उठाई। मृत शिक्षक आज भी विभाग के पोर्टल में जिंदा है। यही कारण है कि विभाग ने उनको नोटिस जारी कर दिया है।
फर्जी अनुकम्पा नियुक्तियों ने कराई थी किरकिरी
शिक्षा विभाग की फर्जी अनुक पा नियुक्तियों में जमकर किरकिरी कराई थी। तत्कालीन डीईओ सुदामालाल गुप्ता के कार्यकाल में आधा दर्जन फर्जी अनुक पा नियुक्ति की गई थी। जो लोग कभी शिक्षक थे ही नहीं उनके नाम पर नियुक्ति घर वालों को दे दी गई। सिविल लाइन थाने में आपराधिक प्रकरण कायम किया गया है। इस फर्जी नियुक्ति में डीईओ का स्थानांतरण भी हेा चुका है।
इनका कहना है-
पोर्टल के आधार पर शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की जाती है। पोर्टल में जो शिक्षक अनुपस्थित रहते है उनको नोटिस जारी होती है। मृत शिक्षकों का नाम पोर्टल से हटाया नहीं गया जिसकी वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई होगी।
- रामराज मिश्रा, डीईओ रीवा