Mauganj News: मऊगंज में चोरी के संदेही को पकड़ने से नाराज विधायक ने थाने में दिया धरना

हनुमना थाने में रात को हुआ हंगामा, पुलिस ने समझाबुझाकर शांत कराया मामला

 

मऊगंज। बीती रात विधायक एक संदेही को पकड़ने से नाराज होकर थाने में धरने पर बैठ गए थे। रात को हंगामा मचने पर पुलिस को उक्त संदेही को छोड़ना पड़ा जिसकी वजह से देर रात विवाद शांत हुआ। फिलहाल पुलिस ने पूरे मामले को जांच में लिया है। विधायक के अंादोलन की वजह से देर रात तक थाने में बवाल की स्थिति देखने को मिली। 


बताया गया है कि चोरी के संदेही को पकड़ने पर विधायक ने थाने में धरना दिया। गत दिवस पटेहरी थाना मऊगंज समिति में खाद्यान्न चोरी की चोरी हुई थी। 280 बोरी खाद्यन्न अज्ञात आरोपी चोरी करके भाग गये थे। इसका मामला थाने में दर्ज हुआ था।

हनुमना पुलिस ने चोरी करने वाले संदेही रामरूप पटेल साकिन बन्ना महात्मान को पकड़कर सलाखों के पीछे डाल दिया। रात में उससे पूछताछ हो रही थी। रात को विधायक प्रदीप पटेल थाने पहुंच गए और उक्त  व्यक्ति को गलत तरीके से पकड़ने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गये। 


बताया गया है कि विधायक के धरने की खबर मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप की स्थिति बन गई। अधिकारियों ने विधायक से बातचीत की। विधायक का सीधा आरोप था कि अनावेदक को राजनीतिक दबाव में फंसाने की कोशिश की जा रही है जिस पर पलिस ने पूरे की सत्यता का पता लगाया।


 विधायक संदेही को छोड़ने की मांग पर अड़े हुए थे जिसकी वजह से रात्रि दो बजे पुलिस केा संदेही छोड़ना पड़ा। पुलिस उससे केश के संबंध में बातचीत भी नहीं कर पाई। विधायक की धरना नीति के चलते अब न तो उक्त चोरी का खुलासा हो पायेगा और न ही गरीबों का राशन ही मिल पायेगा।


गरीबों को नहीं मिला राशन
समिति से खाद्यान चोरी हो गया। आज्ञत आरोपी ताला तोड़कर खाद्यान उठा ले गये। पुलिस ने संदेही को पकड़कर खाद्यान्न बरामद करने की कोशिश कर रही थी लेकिन विधायक के धरने की वजह से पुलिस को उसे छोड़ना पड़ा। इससे गरीबों को मिलने वाले राशन से वंचित होना पड़ा। गरीबों को इस माह राशन से वंचित होना पड़ा जिसकी वजह से बेचारे गरीब दो वक्त की रोटी से वंचित हो रहे हे।


इनका कहना है-
विधायक को एक मुद्दे को लेकर भ्रम हो गया था जिसकी वजह से वे रात में थाने आये थे। बाद में बातचीत से पूरा मामला निपट गया था। किसी तरह की दिक्कत वाली बात नहीं है। पूरे प्रकरण को विवेचना में लिया गया है।
-अनिल कांकड़े, टीआई हनुमना