Mauganj News: एम्बुलेंस चालक की हुई थी हत्या, घर वालों ने पहुंचकर की पहचान

मऊगंज थाने के डगडौआ में मिली थी युवक की लाश, पुलिस ने घटना को जांच में लिया

 

मऊगंज। एक दिन पहले मौत के घाट उतारे गए युवक की आज पहचान हो गई है। युवक के घर वाले आज अस्पताल पहुंचे जिन्होंने लाश को देखकर उसकी पहचान की। युवक एम्बुलेंस चालक था और अपने दोस्तों के बुलाने पर उनसे मिलने आया था। घर वालों ने जानकारी लेकर पुलिस अब आरोपियों की सरगर्मी से पतासाजी करने में जुट गई है। 


बताया गया है कि हत्या कर फेंके गए युवक की लाश की आज पहचान हो गई है। ग्राम डगडौआ थाना मऊगंज में हाईवे के किनारे एक युवक की लाश मिली थी। आसपास के लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। युवक की हत्या के बाद लाश को सड़क में फेंका गया था। उसकी पहचान नहीं हो पाई थी जिसकी वजह से लाश केा मर्चुरी में रखवा दिया गया था। 


सतना से आज परिजन मऊगंज आए जिन्होंने लाश देखकर युवक की पहचान सुधीर दाहिया उर्फ लाला पिता रमेश दाहिया निवासी सतना के रूप में की। युवक पेशे से एम्बुलेंस का चालक था और सतना में ही काम करता था। 


बताया गया है कि गत दिवस वह अपने दोस्तों के बुलाने पर बस से तड़के रीवा आया था। चोरहटा के पास बाथ्ररुम के लिए बस से उतरा था लेकिन तभी बस चल दी। उसने अपने जीजा को फोन किया और उसके साथ रतहरा गया था जहां पहले से उसका दो दोस्त इंतजार कर रहे थे। 


दोस्तों के साथ वह चला गया था जिसके बाद युवक का पता नहीं चला। पुलिस ने आज लाश का पोस्टमार्टम करवाकर उसे घर वालों को सौंप दिया है। हत्या का अपराध कायम कर पुलिस ने घटना को जांच में लिया है।


टीमों का किया गया गठन
हत्या की इस घटना का खुलासा करने हेतु पुलिस अधीक्षक मऊगंज के द्वारा दो टीमों का गठन किया गया है। जिन लोगों से मिलने युवक आया था वे रीवा के रहने वाले थे और यहां पर आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस टीम रीवा की खाक छान रही है। सीसीटीवी कैमरे चेक किए जा रहे है और आरोपियों के बारे में जानकारी एकव्त्र की जा रही है। कुछ संदेहियों के बारे में पता चला है जो अभी फरार है। संभावत: उनके द्वारा ही हत्या की गई है।


इनका कहना है-
एक युवक की हत्या हुई थी जिसकी आज पहचान कर ली गई है। वह सतना का रहने वाला था और रीवा के अपने दोस्तों के साथ कहीं गया था। अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण कायम कर उनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।  संदेहियों कें बारे में अभी तक पता नहीं चला है।
-सची पाठक, एसडीओपी मऊगंज