सिंगरौली में सुनसान जंगल ले जाकर पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति का घोंटा गला

 

मध्यप्रदेश के सिंगरौली में पति-पत्नी के बीच में वो आ गया। उस वो को पाने के लिए पत्नी ने पति को रास्ते से हटा दिया। पत्नी तबीयत खराब का बहाना बनाकर पति को बाहर ले गई। उसके बाद सुनसान जंगल में प्रेमी के साथ मिलकर गला घोंट कर हत्या कर दी। फिर शव को जंगल में गमछे से लटका दिया, जिससे मामला आत्महत्या लगे। पुलिस ने पति-पत्नी और वो की इस गुत्थी को 48 घंटे में सुलझा लिया।

छोटे भाई मनसूरत ने पुलिस को बताया कि भाई भाभी के साथ बाहर गए थे। भाभी ने घर आकर कहा कि भाई जंगल में लकड़ी लाने गया है। भाई जब काफी देर बाद घर वापस नहीं आया, तो पुलिस को गुमशुदगी की सूचना दी। चौकी प्रभारी खुटार अभिषेक पांडेय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी। फुलझर निवासी सुरपति सिंह गोंड़ पिता शिवबखत सिंह गोंड़ (35) का जंगल में शव मिला। उसके गले में गमछा का फंदा लगा था। घटनाक्रम देखकर लगा कि गला घोंटने के कारण मौत हुई होगी। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

छोटे भाई के बयान के आधार पर सुरपति की पत्नी कल्पना सिंह गोंड़ से पूछताछ की। कल्पना ने पूछताछ में बताया कि उसका बुद्धसागर गुप्ता पिता पासनाथ गुप्ता (23) निवासी गजरा बहरा थाना सरई से प्रेम प्रसंग चल रहा है। बुद्धसागर गुप्ता शादीशुदा है और ऑटो चलाता है। मैं उसके ऑटो में अक्सर बैठकर जाया करती थी, इसी दौरान हम दोनों की पहचान हुई थी। सुरपति को हमारे प्यार के बारे में पता चल गया था। वह अक्सर मुझसे इस बारे में बता कर झगड़ा करता था। वह कई बार बुद्धसागर से मिलने से मना करता था। फिर मैंने और बुद्धसागर ने मिलकर सुरपति को मारने का प्लान बनाया। 14 फरवरी को प्लान के मुताबिक मैंने सुरपति से कहा कि मैं बीमार हूं, तो हम इलाज कराने सरई से बैढन गए। वहां से जब हम वापस लौट रहे थे, तो रास्ते में बस स्टैंड पर बुद्धसागर मिल गया। हम तीनों ऑटो से बैढ़न से सरई के लिए निकल पड़े।

आत्महत्या लगे इसलिए लगा दी फांसी

रात 9 बजे के करीब ऑटो चितरबैर कला के सुनसान जंगल के पास पहुंचा, तो प्लान के मुताबिक मैंने तबीयत खराब का बहाना बना दिया। सुरपति से मैंने पानी मांगा, तो उसने बुद्धसागर से ऑटो रोकने को कहा। सुरपति ने पानी लेने के लिए नीचे उतरा, तभी प्रेमी ने अपने पास रखे मिर्च पाउडर को सुरपति के आंखों में डाल दिया। सुरपति जलन की वजह से चींख रहा था। उसकी आवाज सुनकर कोई आ ना जाए, इसलिए हम दोनों ने मिलकर उसका गला दबा दिया। उसके बाद मामला आत्महत्या का लगे, इसलिए शव को जंगल में ले जाकर झाड़ी में गमछे के सहारे फांसी लगा दी।