Patwari Bharti Pareeksha: पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर असंतुष्ट अभ्यर्थी करेंगे बड़ा आंदोलन, CBI जांच की है मुख्य मांग

सभी जिलों में करेंगे प्रदर्शन, सौंपेगे ज्ञापन; असंतुष्ट अभ्यर्थियों ने  इंदौर में बैठक कर लिए कई निर्णय 

 

पटवारी भर्ती परीक्षा2023 को भले ही जांच कमेटी के द्वारा क्लीन चिट दे दी गई हो लेकिन अभ्यर्थी इस मामले को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल असंतुष्ट  अभ्यर्थियों ने पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की सीबीआइ जांच की मांग की है। इसके लिए छात्रों ने बाकायदा बैठक कर आंदोलन का रास्ता अपनाने का निर्णय लिया। 

दरअसल इस आंदोलन की अगुवाई नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन आंदोलन कर रहा है। नाराज अभ्यर्थियों ने शनिवार को इंदौर के भंवरकुआं क्षेत्र के बगीचे में खुली बैठक की। इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि आगामी 19 फरवरी को प्रदेश के सभी 55 जिला मुख्यालयों पर युवा इस संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे। जिसमें पटवारी भर्ती परीक्षा धांधली की सीबीआइ जांच की मांग के साथ अन्य बिंदु इसमें शामिल होंगे। 
 
ये हैं सात मांगें
 दीनदयाल उपाध्याय उद्यान में आयोजित बैठक में आंदोलन के दौरान सात सूत्री मांग पत्र सरकार तक भेजने की तैयारी यूनियन कर रही है। इसमें पटवारी भर्ती परीक्षा की सीबीआइ जांच करने, भर्ती पर रोक लगाने, ओबीसी आरक्षण पर लंबित वाद को निपटाकर 87-13 के फार्मूले को खत्म करने, शेष 13 प्रतिशत पर नियुक्ति देने, राज्यसेवा में पद बढ़ाने, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी करने और राज्यसेवा मुख्य परीक्षा के लिए 90 दिन का पूरा समय देने की मांग शामिल है। बैठक में करीब ढाई सौ युवा मौजूद रहे। 


 युवाओं ने कहा कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें पटवारी भर्ती परीक्षा में एक-दो नंबरों से बाहर कर दिया गया। भ्रष्टाचार कर अयोग्यों को चयनित किया गया। परीक्षा के बाद ही सामने आ गया था कि कई मेरिट होल्डरों को सामान्य ज्ञान तक नहीं है और वे पैसे देकर चयन होने की बात कैमरे पर स्वीकार कर चुके हैं। सरकार जल्दबाजी में इन्हें नियुक्ति देने जा रही है, जिसका हम विरोध करते हैं।