MP Politics: प्रदेश के 20 मौजूदा विधायकों के टिकट काटेगी BJP, इनमें रीवा-सतना के 4 विधायक 

 भाजपा की 94 सीटें घोषित होना बाकी, इनमें से 67 सीटों पर हैं विधायक  

 

गुड मॉर्निंग भोपाल। भाजपा में बची हुई 94 सीटों के उम्मीदवार तय करने की कवायद तेज हो गई है। इनमें से 67 सीटें 9 मंत्रियों व विधायकों की हैं। वहीं, 27 सीटें भाजपा हारी थी। अब 9 मंत्रियों में से कुछ के टिकट कटना तय है।


मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने चुनाव लड़ने से मना किया। है। वहीं मंत्री इंदर सिंह परमार की सीटे बदले जाने के संकेत हैं। मंत्री ओपीएस भदौरिया, धर्मेंद्र लोधी, सुरेश धाकड़, बृजेंद्र सिंह यादव और रामखेलावन पटेल के टिकट कट सकते हैं। मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया पर पेच फंस गया है। पार्टी टिकट नहीं देना चाहती लेकिन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य का दबाव है। यह काम कर गया तो सिसोदिया को टिकट मिल जाएगा। मंत्री गौरीशंकर बिसेन की जगह परिवार के सदस्य को टिकट मिलने की संभावना है।

वहीं रीवा संभाग की बात करें तो वरिष्ठ विधायक नागेंद्र सिंह का गुढ़ से टिकट कट सकता है। वहीं सेमरिया से केपी त्रिपाठी, नागौद से नागेंद्र सिंह तथा अमरपाटन से राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल को पार्टी इस बार बैठा सकती है। 

इनके टिकट पर संकट 
ओपीएस भदौरिया
सुरेश धाकड़
नागेंद्र सिंह गुढ़
केपी त्रिपाठी सेमरिया
नागेंद्र सिंह नागौद
रामलल्लू वैश्य सिंगरौली
रामखेलावन पटेल अमरपाटन

संजय शाह
प्रेमशंकर वर्मा
डॉ. सीतासरन शर्मा
सुरेंद्र पटवा
रघुनाथ मालवीय
बृजेंद्र सिंह यादव
महेश राय
राकेश गिरी 
अनिल जैन
राजेश प्रजापति
प्रहलाद लोधी
आकाश विजयवर्गीय
 देवीलाल धाकड़
 

गुढ़ में नागेंद्र की जगह माया संभव
गुढ़ से भाजपा विधायक नागेंद्र सिंह की जगह माया . पटेल का नाम है, जबकि सेमरिया में केपी त्रिपाठी की जगह अभय मिश्रा या उनकी पत्नी नीलम को टिकट मिलेगा। मिश्रा ने हाल ही में भाजपा ज्वाइन की है। जवेरा में धर्मेंद्र लोधी की जगह ऋषि लोधी में संभावनाएं देखी जा रही हैं। • विधायकों के टिकट काटने में सर्वे के साथ जातिगत समीकरणों को भी आधार बनाया जा रहा है।


136 सीटों में से 40 ओबीसी को टिकट 
भाजपा ने अगस्त से लेकर अभी तक 4 सूची जारी की है। कुल 136 प्रत्याशियों के टिकट घोषित हुए हैं। इनमें अनारक्षित सीटों पर 40 खासी उम्मीदवार है। यह 27त्न से ज्यादा है। 40 सीटों में 16 महिलाओं, 28 युवाओं को भी टिकट दिया गया है। वहीं भाजपा ने मुश्किल सीटों परे टिकट पहले घोषित कर दिए। जिस सूची में सर्वाधिक विधायकों के टिकट कटने हैं उन्हें सबसे आखिर में रखा गया है। इससे बगावत होने पर डैमेज कंट्रोल आसान होगा।