MP News: सेलवेंद्रम प्रमुख सचिव, दीपक, कौशलेंद्र और आशीष सचिव, आशुतोष बने स्पेशल डीजी
मध्यप्रदेश के 71 आईएएस और 22 आईपीएस हुए पदोन्नत
फिलहाल कार्य क्षेत्र में नहीं किया जाएगा बदलाव, उसी स्थान पर दी गई पदोन्नति, प्रदेश लौटेंगे अनंत और मिंज
भोपाल। एमपी कैडर के 71 आईएएस और 22 आईपीएस अफसर आज पदोन्नत होने जा रहे हैं। यह पदोन्नति आदेश एक जनवरी 2026 की स्थिति में जारी होगा। पदोन्नत होने वाले अफसरों में जीएडी के सचिव एम सेलवेंद्रन का भी नाम है। उन्हें प्रमुख सचिव पद पर प्रमोट किया जाएगा। सेलवेंद्रन पहले से पदोन्नति की पात्रता रखते थे, लेकिन डीओपीटी द्वारा प्रमुख सचिव के लिए 25 साल की सेवा की पात्रता तय करने के चलते उन्हें एक जनवरी की स्थिति में पदोन्नत किया जाएगा।
जनसंपर्क आयुक्त दीपक सक्सेना और भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह सचिव के पद पर पदोन्नत किए जाएंगे। उज्जैन कमिश्नर आशीष सिंह, आबकारी आयुक्त अभिजीत अग्रवाल, स्वास्थ्य आयुक्त तरुण राठी समेत 2010 बैच के अफसर सचिव के पद पदोन्नत हो जाएंगे।
आईपीएस अफसरों में आशुतोष राय स्पेशल डीजी के पद पर पदोन्नत होंगे। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ रहे अनंत कुमार सिंह और सालोमन एस. कुमार मिंज भी वापसी कर रहे हैं।
श्री सिंह को केंद्र सरकार ने कार्यमुक्त कर दिया है। वे अवकाश पर हैं और एक जनवरी को प्रदेश में वापसी करेंगे। श्री मिंज पांच जनवरी को प्रदेश लौटेंगे। आईएएस और आईपीएस अफसरों को पदोन्नत करने संबंधी आदेश आज शाम तक जारी हो जाएंगे।
फिलहाल अफसरों की पदस्थापना में बदलाव नहीं किया जा रहा है। जो अफसर जिस पद पर हैं, उन्हें उसी स्थान पर पदोन्नति प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के लौटने के बाद अफसरों को नए स्थान पर पदस्थ किया जाएगा।
कई अफसरों की पदोन्नति रुकी
आईएएस अफसरों में सचिव और अपर सचिव पद के लिए तरुण भटनागर, अनुराग चौधरी और संतोष कुमार वर्मा की पदोन्नति रुक गई है। इसके अलावा ऋषि गर्ग के विरुद्ध भी विभागीय जांच के चलते पदोन्नति रुकी है।
लिहाजा इन अधिकारियों के अलावा प्रमुख सचिव, सचिव, अपर सचिव, उप सचिव के पदों पर आईएएस अधिकारियों को पदोन्नत किया जाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। इसके साथ राज्य प्रशासनिक सेवा के अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर पद पर प्रमोट होने वाले अफसरों की भी वर्तमान पदस्थापना स्थल पर पदोन्नति दी जा रही है।
13 आईपीएस डीआईजी के पद पर प्रमोट होंगे
एमपी के आईपीएस अधिकारी डीआईजी बनेंगे। इसमें से कई अधिकारी वर्तमान में जिलों में एसपी के पद पर पदस्थ हैं। डीआईजी बनने वालों में वर्ष 2010 और वर्ष 2011 बैच के चार- चार और वर्ष 2012 बैच के पांच आईपीएस अफसर शामिल हैं।
इन्हें डीआईजी बनाए जाने के बाद भी पदस्थापना यथावत रखा जाएगा, क्योंकि चुनाव आयोग की एसआईआर कार्यवाही के चलते फिलहाल कलेक्टर, एसपी और अन्य अधिकारियों की पदस्थापना 21 फरवरी तक रुकी रहेगी।
यह अफसर चुनाव आयोग की परमिशन से ही स्थानांतरित किए जा सकेंगे। जिन अफसरों को पदोन्नत किया जाएगा, उनमें खंडवा एसपी मनोज राय, भोपाल जोन-2 के डीसीपी विवेक सिंह, झाबुआ एसपी डॉ. शिवदयाल, धार एसपी मयंक अवस्थी, रीवा एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान, भिंड एसपी असित यादव, एसआरपी भोपाल राहुल लोढ़ा और एसआरपी जबलपुर सिमाला प्रसाद शामिल होंगे।
अंशुमान और डी. श्रीनिवास को करना होगा इंतजार
केंद्र सरकार से प्रतिनियुक्ति पर लौटे अंशुमान यादव और डी. श्रीनिवास वर्मा को पदोन्नति के लिए फिलहाल इंतजार करना पड़ेगा। ऐसा इसलिए कि जब तक पदोन्नत होने वाले अफसरों को इधर से उधर नहीं किया जाएगा, तब तक नई पदस्थापना की गुंजाइश नहीं बनेगी। अंशुमान को फील्ड पोस्टिंग और श्रीनिवास को पीएचयू में अच्छी जगह पदस्थ किए जाने की चर्चा है।
पांच को सीएस करेंगे समीक्षा
कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस में प्रदेश के विकास को लेकर जो मुद्दे तय किए गए थे, उनकी मुख्य सचिव पांच जनवरी को समीक्षा करेंगे। यह समीक्षा विभागवार होगी। कलेक्टर- कमिश्नर को जो काम दिए गए थे, उनके अलावा विभाग की भी जिम्मेदारी तय होगी। समीक्षा को लेकर अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।
इन आईपीएस को मिलेगा प्रमोशन
मध्यप्रदेश कैडर के 1992 बैच के आईपीएस अफसर पवन श्रीवास्तव आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वे स्पेशल डीजी सीआईडी के पद पर कार्यरत हैं। उनकी जगह आशुतोष राय को स्पेशल डीजी के पद पर पदोन्नति दी जाएगी।
जबलपुर आईजी प्रमोद वर्मा को एडीजी के पद पर पदोन्नत किया जाएगा, उनकी पदस्थापना फिलहाल जबलपुर में ही रहेगी। उनके पास शहडोल आईजी रेंज का भी चार्ज है। तीन अधिकारी आईजी के पद पर प्रमोट होंगे। इनमें 2008 बैच के अफसर ए. शियास और ललित शायवार शामिल हैं। इनके अलावा 1999 बैच के निरंजन वी. वायंगणकर भी आठ साल की देरी से आईजी बने हैं।
पहले आईजी स्तर पर दो पदों पर पदोन्नति की मंजूरी मिली थी। बाद में ललित शाक्यवार के लिए एक पद स्वीकृत हेतु बाद में प्रस्ताव भेजा गया, जिसे मंजूरी मिल गई। अब आईजी के कुल तीन पदों पर पदोन्नति दी जाएगी। वायंगणकर के बैच के सभी अफसर पहले एडीजी बन चुके हैं।