MP News: रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव से प्रदेश में बढ़ेंगे उद्योग-धंधे, जबलपुर के बाद रीवा में भी शेड्यूल 

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव बोले- कॉन्क्लेव में माध्यम से निवेशक भी क्षेत्र के बारे में समझ सकेंगे 

 

सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में अब तक औद्योगिक कॉन्क्लेव इंदौर में आयोजित किए जाते रहे हैं, लेकिन अब हमने क्षेत्रीय स्तर पर कॉन्क्लेव कराने का निर्णय लिया है। इससे जहां निवेशक भी क्षेत्र के बारे में समझ सकेंगे और स्थानीय अधिकारियों को भी उन्हें आवश्यक जानकारी देने में सुविधाएं होगी। डॉ. यादव सोमवार को मंत्रालय में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।


 उन्होंने कहा कि सरकार ने रीजनल कॉन्क्लेव पर जोर देना शुरु किया है। उज्जैन में रीजनल कॉन्क्लेव आयोजित की गई थी, अब अगली कॉन्क्लेव 20 जुलाई को जबलपुर में आयोजित हो रही है। वहीं रीवा में अक्टूबर में रीजनल कॉन्क्लेव शेड्यूल है। जबलपुर में होने वाले कॉन्क्लेव में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की भी भागीदारी रहेगी। जिसमें 1,500 निवेशकों के सम्मिलित होने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जबलपुर रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में 1,500 निवेशकों की भागीदारी प्रस्तावित है। आयोजन के तहत बायर सेलर मीट भी आयोजित की जा रही है, जिसमें लगभग 1,000 से अधिक प्रतिनिधियों की भागीदारी संभावित है।


इस कॉन्क्लेव में ताइवान और मलेशिया के भी प्रतिनिधिमंडल सम्मिलित होने वाले हैं, जिनके द्वारा एग्रो एवं डिफेंस सेक्टर में निवेश संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी। सीएम ने बताया कि जबलपुर कॉन्क्लेव में प्रदेश में स्थापित या स्थापनाधीन लगभग 70 परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास भी किए जाएंगे। इन परियोजनाओं के जरिए तकरीबन 1,222 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। सीएम ने कहा कि इस निवेश से लगभग 3,444 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसमें अधिकांश लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा।


मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि इसके अलावा दूसरे छोटे उद्योग और व्यापार को भी इससे फायदा होगा।उन्होंने कहा कि अगले वर्ष फरवरी में भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जाना है। जिसकी सरकार ने थीम मध्य प्रदेश द फ्यूचर रेडी स्टेट रखी है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों उनकी मुंबई में उनकी उद्योगपतियों से बात हुई है। भविष्य में उसके परिणाम भी देखने को मिलेंगे।