MP News: एमपी में अब ऑनलाइन ऐप पर चेहरा दिखाकर ही स्कूल में प्रवेश कर पाएंगे शिक्षक
स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने विभाग को दिए निर्देश
भोपाल। प्रदेश के करीब चार लाख शिक्षकों की अब चेहरा दिखाकर ऑनलाइन अटेंडेंस अनिवार्य रूप से लगाई जाएगी। यह अटेंडेंस एम शिक्षा मित्र एप व सार्थक एप पर लगेगी। स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इसके निर्देश दिए हैं। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर सवाल खड़े होते रहते हैं।
मंत्री स्कूल शिक्षा राव उदय प्रताप सिंह भी इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि प्रदेश में कुछ शिक्षक पढ़ाने के लिए स्कूल नहीं जाते हैं। उनके स्थान पर दूसरे लोग पढ़ाने जाते हैं। कुछ शिक्षक स्कूलों के निर्धारित समय पर नहीं पहुंचते हैं।
इसे लेकर स्कूल शिक्षा विभाग ने चार साल पहले एम शिक्षा मित्र ऐप तैयार किया था। इस ऐप के माध्यम से ऑनलाइन अटेंडेंस लगाने की व्यवस्था शुरू की गई, लेकिन ऐप की कुछ खामियों के चलते इसे पूर्ण रूप से सफलता नहीं मिल पाई है।
एक अप्रैल को स्कूल शिक्षा मंत्री ने ऑनलाइन अटेंडेंस को पुख्ता तरीके से लागू करने के लिए कहा था। गत दिवस पहले विभाग के अधिकारियों की हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मंत्री ने अनिवार्य रूप से इसे लागू करने के लिए कहा है। इसके बाद विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। विभाग अब एम शिक्षा मित्र व सार्थक ऐप की कनेक्टिविटी कर शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस लगाएगा।
इससे शिक्षकों की बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगेगी, यानी शिक्षकों की उपस्थिति चेहरा दिखाकर लगाई जाएगी। इससे जो शिक्षक अपने स्थान पर दूसरों को पढ़ाने भेजते हैं, उस पर लगाम लग सकेगी। अप्रैल में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत यह व्यवस्था उज्जैन व नरसिंहपुर में शुरू कर दी गई है। जुलाई से पूरे प्रदेश में इसे लागू कर दिया जाएगा।
नहीं रहेगी नेटवर्क की कोई समस्या
ग्रामीण क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या को देखते हुए एम शिक्षा मित्र ऐप से अटेंडेंस लगाना शुरू किया था। इस ऐप के माध्यम से अगर हाजिरी लगाते समय नेटवर्क न मिले तो भी हाजिरी भरी जाएगी। जैसे ही मोबाइल में नेटवर्क मिलेंगे हाजिरी अपडेट हो जाएगी। साथ ही सार्थक ऐप की कनेक्टिविटी से चेहरा दिखाकर अटेंडेंस लग सकेगी।
अवकाश के लिए भी कर सकेंगे आवेदन
सार्थक ऐप केवल कर्मचारी की लोकेशन के साथ-साथ और कई महत्वपूर्ण कार्य भी करेगा। विभाग की नई व्यवस्था में कर्मचारी व शिक्षक छुट्टी के लिए भी आवेदन कर सकेंगे और मप्र शासन से किसी भी प्रकार का पत्राचार इस एप से हो जाएगा। सार्थक मध्य प्रदेश सरकार का पोर्टल और मोबाइल एप्लीकेशन है, जिससे अब शिक्षकों को पत्रचार करने संबंधी परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। इससे काम सरल और शीघ्र होगा।
शिक्षकों का कटेगा वेतन
चार साल से विभाग शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस लगाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पा रही है। इस बार नये तरीके से विभाग ने अटेंडेंस लगाने का प्रयास शुरू किया जाएगा। इस बार ऑनलाइन अटेंडेस नहीं लगाने पर शिक्षकों का वेतन काटने की भी तैयारी की गई है।