MP News: एमपी में शिक्षक पति ने पत्नी की याद में बनवाया प्रेम मंदिर

छतरपुर में बने इस प्रेम मंदिर को देखने के लिए दूर-दूर से आ रहे लोग

 

छतरपुर। छतरपुर के एक रिटायर्ड शिक्षक मुगल शासक शाहजहां से कम नहीं हैं। शाहजहां ने मुमताज के प्यार में आगरा में ताजमहल बनवाया था, तो वहीं छतरपुर के एक शिक्षक ने अपनी जीवन भर की पूंजी से पत्नी की याद में एक प्रेम मंदिर बनवा दिया।


रिटायर्ड शिक्षक की प्रेम कहानी चर्चा का विषय बनी हुई है। हर किसी की जुबान पर एक दंपत्ति की प्यार की अनोखी दास्तां सुनाई दे रही है। इस मंदिर को देखने और दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोगो का तांता लगता है।


 दरअसल छतरपुर शहर के चौबे कॉलोनी में रहने वाले रिटायर्ड शिक्षक बीपी चंसोरिया ने अपनी पत्नी स्वर्गीय वंदना चंसोरिया की याद में प्रेम मंदिर का निर्माण करवाया है। करोड़ों की लागत से छतरपुर के नरसिंह मंदिर परिसर में एक भव्य मंदिर बनवा दिया। रिटायर्ड शिक्षक बीपी चंसोरिया ने अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी इस मंदिर के निर्माण में लगा दी। पत्नी की याद में बनवाए इस मंदिर को उन्होंने प्रेम मंदिर का नाम दिया है।


पत्नी ने जाहिर की थी इच्छा
रिटायर्ड शिक्षक बीपी चंसोरिया बताते हैं कि जीवित रहते हुए पत्नी ने चित्रकूट में मंदिर और आश्रम बनाने की इच्छा जाहिर की थी लेकिन कुछ माह बाद ही उनका निधन हो गया। जिसका उनको बहुत बड़ा सदमा लगा। सदमे से उबरने के बाद पत्नी की इच्छा पूर्ति के लिए छतरपुर के पन्ना रोड पर बने नरसिंह मंदिर के परिसर में भव्य राधा-कृष्ण मंदिर का निर्माण करवा दिया। अब यह मंदिर प्रेम के प्रतीक के रूप में जाना जा रहा है। इस मंदिर का नाम प्रेम प्रतीक मंदिर रखा गया है।