MP News: आईएएस सर्विस मीट में बोले मुख्यमंत्री- किसे कब-कैसे चलाना है यह आप बेहतर जानते हैं
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा- सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश बनाने में आपकी भूमिका अहम
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आजादी के बाद तत्कालीन उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के दूरगामी अनुभव व सोच से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) जैसी व्यवस्था देश के सामने आई। भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश बनाने में आईएएस अधिकारियों की अहम भूमिका है। समाज सेवा में लगे नेता बयान देते रहते हैं, घोषणाएं भी होती रहती हैं। उन सभी को समय-सीमा में पूरा कर जनता तक पहुंचाने का जो दबाव आप पर होता है, उसे हम समझ सकते हैं।
वर्तमान व्यवस्था को कैसे संभालना और चलाना है आप लोग ही समझ सकते हैं। साथ ही आने वाले को भी कब और कैसे चलाना है, यह भी आपसे बेहतर कोई नहीं जानता। विविधता के बावजूद किसी भी विपरीत परिस्थिति, तनाव में राज्यों के साथ समन्वय कर देश और प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए आप ही कार्य कर सकते हैं।
नवाचार कर बढ़ा रहे एमपी का मान
सीएम ने कहा कि आईएएस संवर्ग ने संघीय प्रणाली का भाव लाने और अधिकारियों के भेदभाव को समाप्त किया है। इस सेवा के अधिकारियों के कार्य करने का तरीका बहुत अलग होता है। मध्यप्रदेश के अंदर नवाचार करके अधिकारियों ने प्रदेश को देशभर में प्रतिष्ठा दिला चुके हैं। यहां अनुभव से परिपूर्ण सेवानिवृत्त अधिकारियों के साथ नई ऊर्जा से भरे युवा आईएएस भी हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में मध्यप्रदेश और देश लगातार तरक्की कर रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अनुभव और योग्यता को प्राथमिकता दी जा रही है। अजीत डोभाल जैसे अधिकारियों को सेवानिवृत्त होने के बाद बड़ी जिम्मेदारी देना पीएम द्वारा योग्यता को तरजीह देना दर्शाता है।
देश को आगे बढ़ाने का भाव अलग बनाता है
सीएम ने कहा कि आईएएस देश में सबसे अच्छी सेवा होती है। देश के आजाद होने के बाद कुछ वर्षों तक व्यवस्था कैसे संभाली जाए, यह पूरी तरह से तय नहीं हो पा रहा था। राजा-महाराजा के समय में व्यवस्थाएं अलग प्रकार से चलती थीं। आजादी के बाद व्यवस्थाएं एकदम से बदल गईं। इसके बाद आईएएस नई सेवा के रूप में अपनी सेवा शुरू कर देश और राज्यों को बेहतर संभाला और प्रगति के मार्ग प्रशस्त किए।