मैहर विधायक ने राजश्री, विमल, रजनीगंधा को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

बोले- गुटखों का सैंपल लेकर जांच कराए जाने की रखी मांग 
 

बीजेपी से मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी अपने बयानों और मांगों के लिए हमेशा ही सुर्खियों में रहते हैं।  जैसे ही नारायण त्रिपाठी का एक मामला समाचारों से गायब होता है वह पुन: सरकार को कोई पत्र लिख मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींच लेते हैं। ताजा मामले में उन्होंने एक विशेष मांग के लिए सीएम शिवराज को लिखी चिट्ठी को लेकर चर्चा में हैें। नारायण ने इस बार पान मसाला यानी गुटखे की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया है। 

अपने पत्र में मैहर विधायक ने खुलेआम बिकने वाले पान मसालों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं। नारायण का कहना हैं कि पान मसाले व गुटखो में व्यापक पैमाने पर अमानक सामग्री मिलाई जा रही है। जो स्वास्थ्य के लिहाज से काफी ज्यादा खतरनाक हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने पान मसाला कंपनियों के नामों का भी उल्लेख किया है। 


सीएम को लिखे अपने पत्र में विधायक नारायण त्रिपाठी ने लिखा है कि 'मध्यप्रदेश में खुलेआम बिकने वाले पान मसाले व गुटखो में व्यापक पैमाने पर अमानक सामग्री मिलाई जा रही है जो पूरी तरह से स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। इसके चलते कैंसर जैसी कष्टप्रद बीमारियां भी लोगों को हो रही है। 


उन्होंने लिखा कि बाजार में बिकने वाली राजश्री,गुरू, शिमला,तानसेन, विमल, रजनीगंधा जैसे कई पान मसाले स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिप्रद हैं और इनमें व्यापक पैमाने पर अमानक पत्र मिलाए जाते हैं। पान मसाला में टोटल एश, एश इन्सॉल्यूबल इनडाइल्यूट, हाइड्रोक्लोरिक एसिड और मैग्निशियम काबरेनेट जैसे खतरनाक तत्व पाए गए है। कहीं ज्यादा मात्रा में निकोटिन पाया गया है, जबकि यह जीरो प्रतिशत होना चाहिए।


अत: निवेदन है कि इन अमानक पान मसाला व गुटखा जैसी राजश्री,गुरू,शिमला, विमल, तानसेन व रजनीगंधा इत्यादि के कई स्थानों से सैंपल लिए जा कर उनकी प्रयोगशाला में जांच की जाए और यदि इनमें यह अमानक तत्व पाए जाते हैं तो निर्माताओं व विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए।