Railway News: रेलवे बोर्ड अध्यक्ष सतीश कुमार का गोरखपुर दौरा, गोरखपुर स्टेशन पुनर्विकास का किया निरीक्षण

एकीकृत क्रू लॉबी, रनिंग रूम, सीएमएस हॉल, क्रू काउंसलिंग कक्ष, एफएसडी-वीएचएफ रूम एवं सेमिनार हॉल का लिया जायजा 

 

प्रयागराज। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सतीश कुमार ने विगत 19 जून, गुरुवार को महाप्रबन्धक, पूर्वोत्तर रेलवे सौम्या माथुर, प्रमुख विभागाध्यक्षों, मंडल रेल प्रबन्धक-लखनऊ गौरव अग्रवाल एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गोरखपुर स्थित क्रू लॉबी, एकीकृत क्रू रनिंग रूम एवं स्टेशन परिसर का गहन निरीक्षण किया।

 


उन्होंने क्रू लॉबी में सीएमएस हॉल, क्रू काउंसलिंग कक्ष, एफएसडी-वीएचएफ रूम एवं सेमिनार हॉल का गहनता से निरीक्षण किया तथा एकीकृत क्रू रनिंग रूम में टीटीई एवं लोको पायलट कक्षों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। 
तत्पश्चात सतीश कुमार ने एसी लाउंज में यूनियन पदाधिकारियों से वार्ता की। इस दौरान सतीश कुमार ने गोरखपुर जं. स्टेशन के प्रस्तावित स्वरूप एवं पुनर्विकास के कार्यों के ले-आउट का भी अवलोकन किया।

 


अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड ने गोरखपुर जं. स्टेशन का निरीक्षण कर गोरखपुर जं. स्टेशन पर चल रहे पुनर्विकास कार्य हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक सुझाव दिए तथा स्टेशन परिसर में यात्रियों को प्रदान की जा रही सुविधाओं का जायजा लिया।


दौरे की शुरुआत, अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड ने अत्याधुनिक लोको पायलट रनिंग रूम के निरीक्षण से की। यह रनिंग रूम लोको पायलटों के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है, जिसमें वातानुकूलित विश्राम कक्ष, स्वच्छ प्रसाधन, उच्च गुणवत्ता वाले बेड, पेयजल सुविधा, भोजन कक्ष और मनोरंजन के लिए टेलीविजन व वाई-फाई जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।


अध्यक्ष-रेलवे बोर्ड ने इस सुविधा की सराहना करते हुए कहा कि लोको पायलट रेलवे की रीढ़ हैं और उनकी कार्य दक्षता बढ़ाने के लिए ऐसी सुविधाएं अनिवार्य हैं। इसके पश्चात, सतीश कुमार ने गोरखपुर स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों का गहन निरीक्षण किया। 


अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत लगभग 500 करोड़ रुपए की लागत से गोरखपुर जंक्शन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। इस परियोजना में स्टेशन पर रूफ प्लाजा, विशाल प्रतीक्षालय, फूड कोर्ट, खुदरा दुकानें, बच्चों के लिए स्पोर्ट्स जोन और दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं जैसे लिफ्ट, रैंप और ब्रेल साइनेज शामिल हैं। 


स्टेशन का नया भवन पर्यावरण-अनुकूल और ऊर्जा-कुशल डिजाइन पर आधारित होगा। अध्यक्ष-रेलवे बोर्ड ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता और प्रगति की प्रशंसा की तथा साथ ही अधिकारियों को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर जं. स्टेशन, जो विश्व का दूसरा सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म रखता है, जल्द ही सुविधाओं और यात्री अनुभव में भी अग्रणी बनेगा।


गोरखपुर जं. स्टेशन पर अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड सतीश कुमार ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास एवं विस्तार हेतु वर्ष 2025-26 के बजट में रू. 19,858 करोड़ का आवंटन किया गया है। यह बजट आवंटन वर्ष 2009-2014 के दौरान औसत बजट आवंटन से 18 गुणा अधिक है। 


उन्होंने कहा कि देश भर में अमृत भारत स्टेशन योजना के अन्तर्गत 1,300 से अधिक तथा उत्तर प्रदेश के कुल 157 एवं पूर्वोत्तर रेलवे के 58 स्टेशन पुनविकास के लिए चयनित हैं। सतीश कुमार ने कहा कि 22 मई, 2025 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के 19 पुनर्विकसित स्टेशनों का उद्घाटन किया गया। पूर्वोत्तर रेलवे के 12 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों में से 11 स्टेशन उत्तर प्रदेश मे हैं और एक स्टेशन बिहार का है। 


उन्होंने नमो भारत, अमृत भारत एवं वंदे भारत एक्सप्रेस में दी जा रही सुविधाओं से मीडिया प्रतिनिधियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर को दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस 20 जून को मिल जाएगी, जो पाटलिपुत्र से चलकर मुजफ्फरपुर, नरकटियागंज के रास्ते यहाँ आएगी, जिसे प्रधानमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा।


अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड सतीश कुमार ने क्षमता विस्तार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खलीलाबाद-बहराइच वाया बलरामपुर, श्रावस्ती, भिनगा (240.20 किमी.) नई रेल लाइन निर्माण के प्रथम चरण में खलीलाबाद-बांसी के मध्य कार्य प्रगति पर है तथा आगे के चरणों के लिए भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। 


दोहरीघाट-सहजनवा (81.17 किमी.) तथा आनन्दनगर-घुघुली वाया महाराजगंज (53.51 किमी.) नई लाइन हेतु भूमि अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि डोमिनगढ़-गोरखपुर-गोरखपुर कैंट-कुसम्ही तीसरी लाइन निर्माण के अन्तर्गत गोरखपुर-कुसम्ही के मध्य तीसरी लाइन का निर्माण पूरा कर कमीशन कर दिया गया है।

गोंडा-बुढ़वल के मध्य तीसरी लाइन निर्माण के अन्तर्गत गोंडा कचहरी-करनैलगंज का कार्य कमीशन कर दिया गया है तथा करनैलगंज-घाघरा घाट का कार्य जुलाई में पूर्ण कर लिया जाएगा। तराई क्षेत्र में बहराइच-नानपारा-नेपालगंज रोड मीटर गेज खंड के आमान परिवर्तन के अन्तर्गत बहराइच-नानपारा का कार्य पूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा कि क्षमता विस्तार होने पर अधिक ट्रेनों का संचलन हो सकेगा। 


अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड सतीश कुमार ने ट्रेड यूनियनों और रेलवे कर्मचारी एसोसिएशनों के पदाधिकारियों के साथ एक सौहार्दपूर्ण बैठक की। इस दौरान कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि, प्रमोशन नीति, कार्यस्थल सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाओं जैसे मुद्दों पर चर्चा की। 


अध्यक्ष-रेलवे बोर्ड ने यूनियनों के सुझावों को गंभीरता से सुना और उनकी मांगों को प्राथमिकता देने का वादा किया। यूनियन नेताओं ने इस संवाद को रचनात्मक और सकारात्मक बताया और रेलवे के विकास में सहयोग का भरोसा जताया।