Anuppur News: अनूपपुर पुलिस अधीक्षक की कार से दुर्घटनाग्रस्त हुआ वाहन; 1 की मौत, 2 गंभीर  

अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील, तरह-तरह के लग रहे आरोप

 

अनूपपुर। सोमवार की सुबह अनूपपुर-अमरकंटक मुख्य मार्ग के मध्य बैरीबांध गांव के समीप अनूपपुर से अमरकंटक बैठक में जा रहे पुलिस अधीक्षक अनूपपुर जितेंद्र सिंह पवांर की कार से राजेन्दगाम से अनूपपुर की ओर आ रहे मोटरसाइकिल सवार से टक्कर होने पर एक युवक की घटना स्थल में मौत हो गई वहीं मोटरसाइकिल में सवार एक अन्य युवक तथा कार चालक के घायल होने पर जिला चिकित्सालय में उपचार हेतु भर्ती किया गया
एसपी की कार से दुर्घटना से युवक की मौत होने पर संभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने भी घटना स्थल एवं जिला चिकित्सालय पहुंचकर घटना के संबंध में बारीकी से निरीक्षण किया।  मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह अनूपपुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवांर विभागीय कार से अमरकंटक में आयोजित एक बैठक में सम्मिलित होने जा रहे थे तभी अनूपपुर-अमरकंटक मुख्य मार्ग के मध्य जिला मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर स्थित बैरीबांध गांव के पास राजेंद्रग्राम से मोटरसाइकिल में सवार होकर अनूपपुर की ओर आ रहे दो युवक की कार से जबरदस्त टक्कर हो गई जिससे 34 वर्षीय युवक बहोरन सिंह पिता चरनू सिंह निवासी ग्राम पड़री थाना राजेंद्रग्राम की शरीर में कई स्थानों पर गंभीर चोट आने पर स्थल पर ही मौत हो गयी वही एक अन्य युवक के साथ कार चालक को गंभीर चोट आने पर उपचार हेतु जिला चिकित्सालय अनूपपुर में भर्ती कराया गया

 पुलिस छावनी में तब्दील हुआ अस्पताल
घटना की गंभीरता एवं मामले को दबाने के उद्देश्य से अस्पताल परिसर को पूरी तरह से पुलिस छावनी के रूप में परिवर्तित कर दिया गया घटना की जानकारी पर एडीजीपी शहडोल ने घटना स्थल एवं जिला चिकित्सालय पहुंचकर घटना के संबंध में जानकारी लेते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए।

ओवरटेक बना मौत का कारण
स्थानीय चश्मदीको की बात करें तो पुलिस अधीक्षक की गाड़ी इतनी तेज थी कि चालक स्वयं अपने आप को नही सम्हाल पाया और बगल से वाहन को क्रासिंग देते हुए दुपहिया वाहन चालक को जबरजस्त ठोकर मारी जिससे दोपहिया वाहन चालक पत्ते की तरह उड़ गया। जिसमे एक कि मौके पर ही मौत हो जाना सूत्रों ने बताया है हालांकि सत्यता क्या है पुलिस कह रही कि मौत अस्पताल पहुंचने के बाद हुई है।
एसपी के क्षतिग्रस्त वाहन को पुलिस ने छिपाया


पूरे मामले में घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे कोतवाली टीआई ने अपने अनुभव को साकार करते हुए दुर्घटनाग्रस्त पुलिस के बहन को जपती के दौरान कार्यवाही ना करते हुए नगर के भारतीय जनता पार्टी के नेता राजा तिवारी के घर भेज कर छुपाने का काम कर दिया गया जब मामले की जानकारी पत्रकारों के द्वारा एडीजीपी डीसी सागर को दी गई की दुर्घटनाग्रस्त वाहन को पुलिस अधीक्षक एवं कोतवाली टीआई अरविंद जैन के द्वारा छुपाया गया है तब उन्होंने मौके में जाकर वहां को जप्त कराते हुए कार्यवाही किए जाने के लिए निर्देशित किया

पत्रकारों को घायलों से मिलने टीआई ने लगाया रोक
 घटना की जानकारी प्राप्त होने पर जब जिले के पत्रकारों ने जिला चिकित्सालय अनूपपुर पहुंचकर मामले एवं  घायल पीड़ित की जानकारी लेनी चाही उस वक्त कोतवाली टीआई अरविंद जैन के द्वारा मामले की पोल ना खुले को लेकर वहां पत्रकारों को जाने से अपने पद एवं बल का दुरूपयोग करते हुए गेट के अंदर नहीं जाने दिया जिसकी जानकारी पत्रकारों द्वारा एडीजीपी डीसी सागर को मौका निरीक्षण के दौरान दी गई जहां उन्होंने फटकार लगाते हुए पुलिस अधीक्षक जितेन सिंह पवार को निर्देशित किया कि भविष्य में यह सब सुनने को अगर मुझे मिला तो मैं बिल्कुल ही बर्दाश्त नहीं कर सकूंगा।

जिले भर से 14 थाना प्रभारी रहे उपस्थित
 मामले को दबाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पंवार के निर्देशन में कोतवाली टीआई अरविंद जैन के निगरानी में जिले भर से तेरा थाना के बीच 14 थाना प्रभारी को लाकर जिला चिकित्सालय में बैठा दिया गया हुआ उल्टा यह कि  आमजनमानस में चर्चा का विषय यह बन गया कि जिस कदर पुलिस की कार्यशैली देखने को उससे कन्फर्म हो गया कि पुलिस मामले को दबाना कहा रही है।

क्षेत्रीय विधायक ने जताया शोक
पूरे मामले की जानकारी जब कामग्रेस पार्टी के क्षेत्रीय विधायक फुन्देलाल को दी गई तो उन्होंने गहरा दुख व्यक्त करते हुए मध्यप्रदेश की सरकार को अवगत कराते हुए मृतक के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग की गई एवं मृत आत्मा की शान्ति हेतु ईश्वर से प्राथना किया।