Anuppur News: अनूपपुर कलेक्टर हर्षल पंचोली ने कहा- गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान कर सुधारें परीक्षा परिणाम

वन-टू-वन चर्चा कर त्रैमासिक एवं अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम के संबंध में ली जानकारी

 

अनूपपुर। कलेक्टर हर्षल पंचोली ने कहा है कि अनूपपुर जिले में बोर्ड परीक्षा परिणाम सुधारने हेतु सभी विद्यालयों के प्राचार्य विशेष प्रयास करें। विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान कर परीक्षा परिणाम सुधारें। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी जिस विषय पर कमजोर है, उस विषय पर और ज्यादा विशेष ध्यान देते हुए विद्यार्थियों का अतिरिक्त क्लास लें तथा उन्हें समय-समय पर मॉडल परीक्षा पेपर देकर टेस्ट भी लें। 


बैठक में कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग का पूरा अमला प्रतिदिन प्राचार्यों से दूरभाष पर चर्चा कर विद्यालय में शिक्षण गतिविधियों की जानकारी प्राप्त करें तथा विद्यालय में चल रही कक्षाओं का व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से फोटोग्राफ भी प्राप्त करें। कलेक्टर हर्षल पंचोली आज जिला पंचायत के सभागार में बोर्ड परीक्षा परिणाम सुधार हेतु जिले के सभी प्राचार्यों की बैठक लेकर निर्देशित कर रहे थे।


बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  तन्मय वशिष्ठ शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी टीआर आर्मो, जनजातीय कार्य विभाग के क्षेत्र संयोजक  एस. के. बाजपेयी सहित हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य गण उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर ने त्रैमासिक एवं अर्धवार्षिक परीक्षा का परिणाम जिन विद्यालयों के कम आए हैं, उन विद्यालयों के प्राचार्यों से वन-टू-वन चर्चा की तथा परीक्षा परिणाम के संबंध में जानकारी प्राप्त की।


 इस दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी प्राचार्य परीक्षा परिणाम सुधारने हेतु गंभीरता बरतें तथा कमजोर छात्रों की अतिरिक्त कक्षाएं संचालित कर उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करना सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर ने त्रैमासिक एवं अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम को दृष्टिगत रखते हुए बोर्ड के वार्षिक परीक्षा हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए।


बैठक में कलेक्टर ने बोर्ड प्री-एग्जाम के तैयारी के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी से जानकारी प्राप्त की। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 16 जनवरी से बोर्ड प्री-एग्जाम प्रारंभ होगा तथा उसमें कार्य योजना बनाकर बच्चों का परीक्षा परिणाम सुधारने के प्रयास किया जा रहे हैं।


 जिस पर कलेक्टर ने कहा कि मॉडल परीक्षा तथा बच्चों को प्रश्न पत्र के प्रैक्टिस कराई जाए। उन्होंने कहा कि बोर्ड प्री-एग्जाम में जिस विद्यालय के 80 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम आते हैं, उन विद्यालयों पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को बेहतर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। 


बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा ने विशिष्ट शैक्षणिक संस्थानों के प्राचार्यों को और अधिक मेहनत करके परीक्षा परिणाम में सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में गणित एवं अंग्रेजी विषय का अतिरिक्त स्पेशल कक्षा संचालित की जाए तथा विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान की जाए। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने विद्यालयों के परीक्षा परिणाम की जानकारी लेते हुए अर्धवार्षिक परीक्षा के परीक्षा कॉपियों का परीक्षण किया।