स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर भड़क गईं सपा नेता, बताया बसपा के एजेंट हो सकते हैं स्वामी प्रसाद
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के रामचरितमानस वाले बयान पर जबरदस्त घमासान देखने को मिल रहा है। मौर्य का अब सपा (Samajwadi Party) में ही विरोध शुरू हो गया है। हालांकि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि उन्हें रामचरितमानस से नहीं बल्कि उसकी कुछ लाइनों से दिक्कत है और उसे लेकर अपने बयान पर कायम हैं। इस पर समाजवादी पार्टी की नेता रोली मिश्रा (SP Leader Dr Roli Mishra) ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा है कि जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।
सपा नेता ने स्वामी प्रसाद मौर्य को बताया एजेंट
यूपी तक से बात करते हुए डॉ। रोली मिश्रा ने कहा कि वो मुझसे बहुत सीनियर हैं, हो सकता है कि वो बसपा (BSP) के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हों, घर वापसी करना चाहते हो। हो सकता है बीजेपी (BJP) उनकी बेटी को टिकट ना देने जा रही हो या अब अपने बेटे के लिए भी टिकट चाहते होंगे। हो सकता है सपा को खत्म करने का समझौता भी कर लिए हों, कुछ जरूर है। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत में रहकर सनातन, हिंदुत्व, धर्म का अपमान करते हैं, हो सकता है वो भारत के बाहर बैठे किसी के लिए एजेंट के तौर पर काम कर रहे हों।
रोली मिश्रा के बयान पर मौर्य ने किया पलटवार
Swami Prasad Maurya : Leader Samajwadi Party
सपा नेता डॉ रोली मिश्र ने यह भी कहा है कि हो सकता है 2024 के चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य अखिलेश जी (Akhilesh Yadav) की सपा को बर्बाद करके निकल लें। रोली मिश्रा के इस बयान पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ना पिद्दी और ना पिद्दी का शोरबा, ऐसे बचकानी बयानबाजी करने वालों को जवाब देना मेरी तौहीन है। डॉ रोली मिश्र ने वीडियो शेयर कर स्वामी प्रसाद मौर्य पर फिर हमला किया। उन्होंने एक कविता ट्वीट कर लिखा कि जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।
यूजर ने लिखा कि एक भाजपा की एजेंट और एक बसपा के, सपा तो सुंदर पार्टी है। एक यूजर ने लिखा कि मोहतरमा बता रही हैं कि बीजेपी के नहीं बीएसपी के एजेंट हो सकते हैं। ये सवर्ण महिलाएं बीएसपी से इतनी नफरत क्यों करती हैं? एक यूजर ने लिखा कि स्वामी को जनता पहले ही आइना दिखा चुकी है चुनाव में और अब जनता सपा को भी दिखाएगी। वैदिक पाण्डेय नाम के यूजर ने लिखा कि स्वामी प्रसाद मौर्य और संघमित्रा मौर्य यह दोनों समाजवादी पार्टी को ले डूबेंगे। शंकर नाम के यूजर ने लिखा कि हमारे धार्मिक ग्रंथों और सवर्ण समाज को आर एस एस और भाजपा की आड़ में लगातार निशाना बनाया जा रहा है।