MP Elections 2023: दिग्विजय सिंह के विंध्य दौरे से भाजपा को होगा सियासी बेनिफिट : वीडी शर्मा

10 मार्च से विंध्य के तीन दिवसीय प्रवास पर हैं दिग्गी राजा, कमलनाथ को सौंपेंगे 'ग्राउंड रिपोर्ट'
 

मध्य प्रदेश के विंध्य क्षेत्र में कांग्रेस अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा प्राप्त करने के पूरे मूड में है। विगत दिनों पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह में गहन मंत्रणा के बाद यह तय हुआ है कि हर हाल में कांग्रेस विंध्य के रास्ते ही मध्यप्रदेश में सत्ता वापसी का रास्ता प्रशस्त करेगी। इसी के मद्देनजर दिग्विजय सिंह 10 मार्च से सतना- रीवा में 3 दिन के लिए डेरा जमाएंगे। इस तीन दिवसीय दौरे में दिग्विजय सिंह सभी दावेदारों की जमीनी हकीकत को टटोलेंगे, रूठो को मनाएंगे और हर दावेदार का कच्चा चिट्ठा प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपेंगे।
 
10 मार्च को पहुंचेंगे सतना 


विन्ध्य के अपने तीन दिवसीय दौरे में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 10 मार्च को सतना पहुंचेंगे। वे यहां कांग्रेस के स्थानीय और वरिष्ठ नेताओं, पुराने कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। इसके बाद रामपुर बघेलान विधानसभा और 11 मार्च को रीवा विधानसभा तथा 12 मार्च को मनगवां और त्योंथर विधानसभा के अंतर्गत ब्लॉक, मंडलम्, सेक्टर कमेटियों की बैठक लेंगे। 
जानकारी के मुताबिक 11 मार्च को ही पूर्व सांसद- विधायक स्व. सुंदरलाल तिवारी की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम के जरिए ही स्व. सुंदरलाल तिवारी के पुत्र सिद्धार्थ तिवारी राज अपने विधानसभा चुनाव अभियान का श्रीगणेश करेंगे। सूत्रों का कहना है कि सिद्धार्थ तिवारी राज को त्योंथर विधानसभा क्षेत्र से टिकट के लिए हरी झंडी मिल चुकी है। राज इससे पहले लोकसभा चुनाव में भी उतर चुके हैं और बीजेपी के जनार्दन मिश्र से पराजित हो चुके हैं।

संगठन पर नकेल कसने की कवायद


प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सूत्रों के मुताबिक अपने तीन दिवसीय विंध्य दौरे में दिग्विजय सिंह ब्लॉक, मंडलम्, सेक्टर कमेटियों की बैठक कर एक-एक अध्यक्ष से उसके क्षेत्र में दिए गए टास्क की स्टेटस रिपोर्ट तलब करेंगे। किस ब्लॉक, मंड़लम सेक्टर में कौन सा काम अधूरा है। बैठक के बाद निष्क्रिय और काम में लापरवाही करने वाले पदाधिकारियों की रिपोर्ट बनाकर वे पीसीसी चीफ कमलनाथ को भी देंगे।

देखते- देखते ढह गया कांग्रेस का किला


 एक समय कांग्रेस का गढ़ रहे विंध्य क्षेत्र में धीरे-धीरे बीजेपी तेजी से बढ़ती गई और कांग्रेस का किला ढहता चला गया। आज कांग्रेस की स्थिति यह है कि विंध्य क्षेत्र के 7 जिलों में विधानसभा की कुल 29 सीटों में सिर्फ 5 में ही कांग्रेस के विधायक हैं। वहीं कांग्रेस को जो बात सबसे ज्यादा खरी तथा कमलनाथ को आज तक इस बात की पीड़ा है कि पिछले विधानसभा चुनाव में विंध्य क्षेत्र की 8 सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस 5 हजार से कम मतों के अंतर से हारी। इनमें नागौद (1234), मैहर (2964), सिंगरौली (3726), अमरपाटन (3747), धौहनी (3793), बांधवगढ़ (3903), जैतपुर (4216) और त्योंथर (5,343) कांग्रेस हारी थी। इस बार इन सीटों पर कांग्रेस सबसे ज्यादा फोकस कर रही है।

कांग्रेस को खतरा  


दिग्विजय सिंह के इस तीन दिवसीय विंध्य दौरे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा है कि दिग्विजय सिंह के दौरे से विंध्य में बीजेपी को फायदा होगा। Live Good Morning से चर्चा में विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह से कांग्रेस पार्टी को खतरा है. बीजेपी को कोई दिक्कत नहीं है। जहां-जहां दिग्विजय सिंह जाएंगे, वहां-वहां भाजपा को सियासी बेनिफिट होगा।

विंध्य की सभी सीट जीतने का दावा 


उल्लेखनीय है कि बीते दिनों सतना में आयोजित कोल जनजाति महाकुंभ के दौरान मीडिया से मुखातिब हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने ने विंध्य में सभी सीटों को जीतने का दावा किया था। 

विंध्य के 7 जिलों की वर्तमान स्थिति


1. सतना जिला-7 सीटें; 4 भाजपा, 3 कांग्रेस
चित्रकूट- कांग्रेस
सतना- कांग्रेस
नागौद- भाजपा
मैहर- भाजपा
अमरपाटन- भाजपा
रामपुर बघेलान- भाजपा
रैगांव- कांग्रेस
2. रीवा जिला- 8 सीटें; सभी पर भाजपा का कब्जा
सिरमौर- भाजपा
सेमरिया- भाजपा
त्योंथर- भाजपा
मऊगंज- भाजपा
देवतालाब- भाजपा
मनगवां- भाजपा
गुढ़- भाजपा
रीवा- भाजपा
3. सीधी जिला-3 सीटें; 2 बीजेपी, एक कांग्रेस
चुरहट- भाजपा
सिंहावल- कांग्रेस
धौहनी- भाजपा
4. सिंगरौली जिला- 3 सीटें; सभी 3 सीटों पर भाजपा
चितरंगी- भाजपा
सिंगरौली- भाजपा
देवसर- भाजपा
5. शहडोल जिला- 3 सीटें; सभी 3 सीटों पर भाजपा
ब्योहारी- भाजपा
जयसिंहनगर- भाजपा
जैतपुर- भाजपा
6. अनूपपुर जिला- 3 सीटें; 2 भाजपा, 1 पर कांग्रेस
कोतमा- कांग्रेस
अनूपपपुर- भाजपा
पुष्पराजगढ़- भाजपा
7. उमरिया जिला- 2 सीटें; दोनों सीटों पर भाजपा
बांधवगढ़- भाजपा
मानपुर- भाजपा