MP Election: रीवा-मऊगंज जिलों की चार सीटों पर कांग्रेस ने उतारे 2018 के निकटतम प्रतिद्वंदी,  2 क्षत्रिय, 1 एससी, 1 ओबीसी

मऊगंज से सुखेंद्र सिंह बन्ना, मनगवां से बबिता साकेत, त्योंथर से रमाशंकर पटेल पर कांग्रेस ने फिर जताया भरोसा; गुढ़ से कपिध्वज सिंह को टिकट 

 

गुड मॉर्निंग, रीवा। प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2023  को लेकर कांग्रेस ने वादे के अनुसार नवरात्रि के पहले दिन 144 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में रीवा - मऊगंज जिलों की चार विधानसभा सीटों से उम्मीदवारों के नाम शामिल है, जिनमें गुढ़ से कांग्रेस ने नए चेहरे कपिध्वज सिंह पर भरोसा जताया है। वहीं, मऊगंज से सुखेंद्र सिंह बन्ना, मनगवा से बबीता साकेत और त्योंथर से रमाशंकर पटेल जैसे पुराने नामों पर ही पार्टी ने एक बार फिर दांव खेला है। 

बता दें कि कांग्रेस द्वारा उताारे गए चारों ही उम्मीदवार 2018 के विधानसभा चुनाव में विजयी प्रत्याशियों के निकटतम प्रतिद्वंदी थे। 2018 में गुढ़ से जहां भाजपा के नागेंद्र सिंह विजयी हुए थे, वहीं मऊगंज से बीजेपी के ही प्रदीप पटेल, मनगवां से पंचूलाल प्रजापति और त्योंथर से श्यामलाल द्विवेदी निर्वाचित हुए थे।

तिवारी को न त्योंथर, न गुढ़
कांग्रेस पार्टी की पहली सूची जारी होने के साथ ही त्योंथर और गुढ़ विधानसभा सीट से टिकट मिलने की अटकलों पर विराम लग गया है। हालांकि, कांग्रेस की दूसरी सूची अभी आना बाकी है। अभी कुछ दिनों पहले ही टिकट कटने के अंदेशे से ही उनकी नाराजगी खुलकर सामने आई थी। चर्चा है कि सिद्धार्थ तिवारी कांग्रेस छोड़ भाजपा या अन्य दल का दामन थाम सकते हंै। हालांकि सूची आने के बाद भी सिद्धार्थ तिवारी राज ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

सिद्धार्थ तिवारी ने त्योंथर से की थी दावेदारी
दरअसल, रीवा-मऊगंज जिलों की आठ विधानसभा सीटों में कांग्रेस के अलग-अलग क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने उम्मीदवारी का दावा पेश किया था। इसमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी ने भी त्योंथर विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी प्रस्तुत की। मगर कांग्रेस ने उन्हें जगह नहीं दी। कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 144 विधानसभा सीटों में टिकट का बंटवारा किया है, जिसमें रीवा की भी चार विधानसभा सीट शामिल है। मगर इन चार विधानसभा सीटों में कांग्रेस ने जिन तीन चेहरों पर अपना भरोसा जताया है, वो चौंका देने वाले नाम ही हैं। रीवा की चार विधानसभा सीटों की बात करें तो मऊगंज से सुखेंद्र सिंह बन्ना के अतिरिक्त मनगवा, त्योंथर और गुढ़ से पार्टी ने जिन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, वो चौंकाने वाले नाम ही हैं।

दूसरी पार्टी से आए नेता पर भरोसा 
गुढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी से उम्मीदवार बनाए गए कुंवर कपिध्वज सिंह 2018 के चुनाव में वह सपा से टिकट लेकर चुनावी मैदान में उतरे थे। चुने हुए और भाजपा प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह को उन्होंने कड़ी टक्कर दी, लेकिन वह 7,828 वोटों से चुनाव हार गए। जिसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हुए और पार्टी ने उन्हे अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।

पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना फिर मैदान में 
इसी तरह से मऊगंज सीट से कांग्रेस पार्टी ने अपने पुराने उम्मीदवार सुखेंद्र सिंह बन्ना पर पर विश्वास जताते हुए दोबारा टिकट दिया है। पिछले चुनाव यानी साल 2018 में कांग्रेस प्रत्याशी  सुखेंद्र सिंह बन्ना बीजेपी प्रत्याशी प्रदीप पटेल से 10,892 वोटों से चुनाव हार गए थे। अब साल 2023 के चुनावों में एक बार फिर बन्ना का सामना भाजपा के प्रदीप पटेल से होगा। बता दें कि मऊगंज से भाजपा ने विधायक प्रदीप पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है।  

त्योंथर से रमाशंकर पटेल रिपीट 
त्योंथर सीट से कांग्रेस ने रमाशंकर सिंह को फिर से प्रत्याशी बनाया है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में रमाशंकर सिंह भाजपा के श्यामलाल द्विवेदी से 5,343 वोटों से चुनाव हार गए थे। हालांकि सीट से बीजेपी ने अभी तक अपना कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। इसमें अगर बीजेपी दोबारा अपना कैंडिडेट श्यामलाल द्विवदी को बनाती है तो यह सीट बीजेपी के लिए चुनौती भरी होगी। बता दें कि इसी सीट से कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी ने दावेदारी की थी। लेकिन टिकट पाने में कामयाब नहीं हुए। 

मनगवां से बबिता साकेत
जिले की एक मात्र आरक्षित सीट मनगवां से भी कांग्रेस ने अपना पुराना चेहरा उतारा है। यहां से कांग्रेस ने इस बार बबिता साकेत को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। यह सीट अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है। पिछली बार कांग्रेस उम्मीदवार बबिता साकेत बीजेपी कैडिडेट पंचूलाल प्रजापति से 18,530 वोटों से चुनाव हार गई थीं।