MP News: दिवाली पर एमपी के साढ़े 7 लाख कर्मचारियों को मिलेगा तोहफा
केंद्र से महंगाई भत्ते में चार प्रतिशत पीछे चल रहे एमपी के कर्मचारी
भोपाल। दीपावली पर प्रदेश सरकार ने साढ़े सात लाख कर्मचारियों चार फीसदी महंगाई भत्ता देने और त्योहार की अग्रिम राशि बढ़ाने की तैयारी कर ली है। फिलहाल प्रदेश के कर्मचारी केंद्र से महंगाई भत्ते में चार फीसदी पीछे चल रहे हैं। इससे कर्मचारियों को हर महीने 620 से 5640 रुपए का नुकसान हो रहा है।
प्रदेश में कई सालों बाद केंद्र और प्रदेश के कर्मचारियों के बीच महंगाई भत्ते को लेकर दूरियां बढ़ गई हैं। केंद्र के कर्मचारियों को 50 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जा रहा है, जबकि प्रदेश के कर्मचारियों का मार्च में चार फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ाया गया था। इसे मिलाकर वर्तमान में 46 फीसदी महंगाई भत्ता मिल रहा है। अब कर्मचारियों का चार फीसदी महंगाई भत्ता एक जुलाई 2024 से लंबित है। केंद्र भी एक बार फिर तीन या चार फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इससे केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 54 फीसदी हो जाएगा। इससे पहले मप्र सरकार अपने साढ़े सात लाख कर्मचारियों को लंबित चार फीसदी महंगाई भत्ता देकर दीपावली का तोहफा देने की तैयारी कर रही है। गौरतलब है कि चार फीसदी महंगाई भत्ता देने पर सरकार पर हर साल करीब 1440 करोड़ रुपए का अतिरिक्त वित्तीय भार आता है।
साढ़े पांच हजार तक हो रहा नुकसान
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष एसबी सिंह का कहना है कि महंगाई छह फीसदी से ज्यादा बढ़ चुकी है। एक जुलाई 2024 से मिलने वाला महंगाई भाा के आदेश शीघ्र किए जाएं। कर्मचारियों को केंद्र के समान महंगाई भाा दिया जाए। महंगाई भत्ते के आदेश जारी नहीं होने से हर कर्मचारी को जुलाई 2024 से प्रतिमाह 620 से 5640 रुपए तक का नुकसान हो रहा है। मप्र लिपिक वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष एमपी द्विवेदी, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी समेत कई कर्मचारी नेताओं ने मुयमंत्री डॉ. मोहन यादव से केंद्र के समान महंगाई भत्ता देने की मांग की है।
त्योहारों की अग्रिम राशि बढ़ेगी
मध्य प्रदेश की मोहन सरकार दीपावली के पहले कर्मचारियों को त्योहार पर मिलने वाली अग्रिम राशि बढ़ाने की तयारी में है। मध्य प्रदेश में काम करने वाले कर्मचारियों को त्योहार मनाने के लिए 15 सालों से 4 हजार रुपए की अग्रिम राशि दी जाती है। आज के समय में इतनी कम राशि में त्योहार मनाना मुश्किल है। त्योहार अग्रिम छठवें वेतनमान में 12 हजार रुपए और सातवें वेतनमान में 30 हजार 800 रुपए बेसिक सैलरी पाने वाले कर्मचारियों को सिर्फ चार हजार रुपए दिया जाता है। जिन कर्मचारियों को यह राशि दी जाती है, उन्हें हर महीने अपनी सैलरी से समान किस्तों में यह सरकार को वापस भी करनी पड़ती है।
खास बात यह कि इस पर लगने वाले याज का भुगतान भी कर्मचारियों को करना होता है। कर्मचारी संगठन सभी तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए त्योहार अग्रिम राशि 15 हजार रुपए देने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब कर्मचारी यह राशि याज समेत वापस करते हैं, तो सरकार पर 4 हजार से 15 हजार रुपए करने का कोई अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा।