हमे मुजाहिद्दीन नहीं बनाने चाहिए थे,आतंकवाद से मिली चोट तो बोले पाक गृहमंत्री

पाकिस्तान (Pakistan) के सामने आतंकवाद अब एक बड़ी चुनौती है, लेकिन इसका बीज बोने वाला वह खुद है। पाकिस्तान ने जिन मुजाहिदीनों को तैयार किया, आज वे आतंकवादी बन चुके हैं और अपने ही मुल्क के लोगों को मार रहे हैं। पेशावर धमाका इसका सबसे ताजा उदाहरण है।पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने खुद
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हमे मुजाहिद्दीन नहीं बनाने चाहिए थे,आतंकवाद से मिली चोट तो बोले पाक गृहमंत्री

पाकिस्तान (Pakistan) के सामने आतंकवाद अब एक बड़ी चुनौती है, लेकिन इसका बीज बोने वाला वह खुद है। पाकिस्तान ने जिन मुजाहिदीनों को तैयार किया, आज वे आतंकवादी बन चुके हैं और अपने ही मुल्क के लोगों को मार रहे हैं। पेशावर धमाका इसका सबसे ताजा उदाहरण है।पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने खुद स्वीकार किया है कि मुजाहिदीन को तैयार करना और उनके साथ युद्ध में जाना एक सामूहिक गलती थी। नेशनल असेंबली में उन्होंने कहा कि हमें मुजाहिदीन बनाने की जरूरत नहीं थी। हमने मुजाहिदीन तैयार किए और फिर वे आतंकवादी बन गए।

क्या बोले रक्षा मंत्री

हमे मुजाहिद्दीन नहीं बनाने चाहिए थे,आतंकवाद से मिली चोट तो बोले पाक गृहमंत्री

पाक मंत्री ने कहा कि इमरान खान की पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) सरकार ने तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) के उन आतंकवादियों को भी रिहा कर दिया जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि मुल्क के आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन को लेकर फैसला नेशनल सिक्योरिटी कमिटी लेगी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जर्ब-ए-अज्ब ऑपरेशन जैसी आम सहमति बनाने की जरूरत है।

राजनीतिक ताकतों से एकजुट होने की अपील(Pakistan)

पाकिस्तानी मंत्री ने कहा कि हम अफगानिस्तान में सुधार चाहते हैं। अफगानिस्तान और पाकिस्तान में शांति एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। पेशावर हमले की निंदा करते हुए पाक पीएम शहबाज शरीफ ने मंगलवार को सभी ‘राजनीतिक ताकतों’ से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। सोमवार को पेशावर की एक मस्जिद में आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें 100 लोगों की मौत हो गई थी और घायलों की संख्या इससे कहीं ज्यादा थी। मरने वालों में बड़ी संख्या पुलिसवालों और सैनिकों की थी।

साथ ही मंत्री ने कहा है कि हमे बड़े देशों की गुलामी करने की आदत हो चुकी है। हमें हर हाल में इससे बचना होगा। अमेरीका के साथ संबंधो को बेहतर करना जरूरी है लेकिन उसके इशारे पर लड़ना छोड़ देना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में शांति बहाल हो तो पाकिस्तान में भी आतंकवाद थम जाएगा। पाकिस्तान लंबे समय से दुनिया के कुछ सबसे खूंखार आतंकवादियों का पनहगार रहा है। नतीजतन अब उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है क्योंकि देश में आतंकी हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।