Mahakaleshwar Holi 2023 : महाकाल के आंगन में जमकर उड़ा गुलाल,नर और नारायण की होली में सराबोर हुए भक्त

द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर मंदिर में सबसे पहले होली का पर्व मनाया जाता है

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उज्जैन  के महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) में भक्त और भगवान के बीच जमकर होली खेली गई. देशभर के श्रद्धालु भगवान महाकाल के साथ होली का पर्व मनाने के लिए उज्जैन पहुंचे थे. इस दौरान शिव भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिला. शिव भक्तों को भगवान महाकाल के साथ होली पर्व (Holi Festival) मनाने का वर्ष भर इंतजार रहता है. होली पर्व के लिए महाकालेश्वर मंदिर में विशेष रूप से फूलों के साथ-साथ हर्बल गुलाल भी मंगाई जाती है.
द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर मंदिर में सबसे पहले होली का पर्व मनाया जाता है. महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश ने बताया कि अनादिकाल से यह परंपरा चली आ रही है. महाकालेश्वर मंदिर में संध्या कालीन आरती के पूर्व भगवान महाकाल का भांग और सूखे मेवे से श्रृंगार किया गया. इसके बाद संध्या कालीन आरती में पंडित और पुरोहित परिवारों ने श्रद्धालुओं के साथ जमकर होली खेली.


भगवान और भक्त के बीच अद्भुत होली

पंडित दिनेश के मुताबिक द्वादश ज्योतिर्लिंग को एकमात्र दक्षिणमुखी महाकालेश्वर मंदिर में ही इस परंपरा का निर्वहन किया जाता है. श्रद्धालु अपने साथ हर्बल गुलाल लेकर महाकाल मंदिर आते हैं. यहां पर संध्या कालीन आरती के बाद एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की बधाई दी जाती है. इस दौरान भगवान और भक्त के बीच अद्भुत होली खेली जाती है.

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श्रद्धालुओं ने कहा- होली का शब्दों में वर्णन नहीं


भगवान महाकाल के साथ होली पर्व मनाने के लिए जम्मू से माहिरा शर्मा उज्जैन पहुंची. उन्होंने कहा कि केवल भगवान महाकाल के साथ होली पर्व की मनोकामना लेकर ही वे उज्जैन आई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अद्भुत तरीके से पर्व मनाया गया. महाकालेश्वर मंदिर के बारे में जितना सुना था, उससे कई गुना अधिक अद्भुत नजारा देखने को मिला. इंदौर से होली पर्व मनाने के लिए आई निहारिका सिंह ने बताया कि होली पर्व को लेकर महाकाल मंदिर में निभाई जाने वाली परंपरा का शब्दों में वर्णन करना मुश्किल है.