अखिलेश यादव की बजट पर पहली प्रतिक्रिया,बोले पहले कुछ नहीं दिया अब क्या देंगे

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बजट पर पहली प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन (Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को कहा कि आम बजट 2023-24 संसद (Sansad) में पेश किया। इसपर विरोधी दलों की प्रतिक्रिया आने लगी है। बजट पेश होने के कुछ ही देर बाद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख
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अखिलेश यादव की बजट पर पहली प्रतिक्रिया,बोले पहले कुछ नहीं दिया अब क्या देंगे

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बजट पर पहली प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन (Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को कहा कि आम बजट 2023-24 संसद (Sansad) में पेश किया। इसपर विरोधी दलों की प्रतिक्रिया आने लगी है। बजट पेश होने के कुछ ही देर बाद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पहली प्रतिक्रिया दी है। सपा प्रमुख बीते सालों के बजट की याद दिलाते हुए बीजेपी (BJP) पर जमकर भड़के नजर आए। हालांकि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सुबह ट्वीट करते हुए कहा था कि यह बजट भाजपा और सरकार विरोधियों के लिए बिल्कुल बेहतर नहीं होगा। आम जनता के हितों पर बजट का ध्यान केंद्रित है।

क्या बोले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)

अखिलेश यादव ने बजट को लेकर पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “भाजपा अपने बजट का दशक पूरा कर रही है पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी। भाजपाई बजट महंगाई व बेरोज़गारी को और बढ़ाता है। किसान, मज़दूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुँचाने के लिए बनता है।”

G-20 सम्मेलन से वैश्विक स्तर पर मजबूत होगी भारत की भूमिका – वित्त मंत्री

अखिलेश यादव की बजट पर पहली प्रतिक्रिया,बोले पहले कुछ नहीं दिया अब क्या देंगे

उन्होंने आगे कहा, “वैश्विक चुनौतियों के समय जी20 की अध्यक्षता मिलने से हमारे पास वैश्विक व्यवस्था में भारत की भूमिका को मजबूत करने का अवसर है। सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गरीब लोगों को नि:शुल्क अनाज उपलब्ध कराने की योजना का क्रियान्वयन कर रही है, जिस पर एक जनवरी से शुरू करके दो लाख करोड़ रुपये का व्यय आएगा। 2020-21 में कृषि क्षेत्र में निजी निवेश बढ़कर 9।3 प्रतिशत हो गया है जो 2019-20 में सात फीसदी था।”