क्या बिना कांग्रेस के तैयार होगा विपक्ष का नया मोर्चा ??अखिलेश यादव और ममता बनर्जी की मुलाक़ात के मायने क्या हैं ??

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अगले हफ्ते ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक से भी करेंगी मुलाकात

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akhilesh
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस (Congress) को शामिल किए बिना आपसी सहमति से नया मोर्चा बना लिया है. दोनों शीर्ष नेताओं की शुक्रवार (17 मार्च) को कोलकाता (Kolkata) में मुलाकात हुई है. ममता बनर्जी अगले हफ्ते ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) से भी मुलाकात करने वाली हैं. समाजवादी पार्टी ने दोनों नेताओं की मुलाकात की जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि अखिलेश यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर की शिष्टाचार भेंट की है.  

क्षेत्रीय दलों में बीजेपी से मुकाबला करने की क्षमता

उन्होंने कहा कि 23 मार्च को सीएम ममता बनर्जी ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मिलने वाली हैं. अन्य विपक्षी दलों के साथ हम बीजेपी और कांग्रेस से समान दूरी बनाए रखने की योजना पर बात करेंगे. हम ये नहीं कह रहे कि ये तीसरा मोर्चा है, लेकिन क्षेत्रीय दलों के पास बीजेपी से मुकाबला करने की क्षमता है. ये सोचना एक भ्रम है कि कांग्रेस विपक्ष की 'बिग बॉस' है. 

Akhi

देश में सभी लोग चाहते हैं परिवर्तन

इससे पहले अखिलेश यादव ने कोलकाता में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लिया. कार्यकर्ता सम्मेलन में अखिलेश यादव ने कहा कि देश में सभी लोग परिवर्तन चाहते हैं. भारतीय जनता पार्टी ने देश का जितना नुकसान किया उतना कभी किसी दल ने नुकसान नहीं किया होगा. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में जो दल हैं हम उन्हीं के साथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं.

राहुल गांधी को विपक्ष का चेहरा चाहती है बीजेपी

दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद टीएमसी के सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि राहुल गांधी ने विदेश में जाकर टिप्पणी की और जब तक वह माफी नहीं मांगते, बीजेपी संसद नहीं चलने देगी. बीजेपी राहुल गांधी को विपक्ष के चेहरे के रूप में चाहती है जिससे बीजेपी को मदद मिले. पीएम के चेहरे पर फैसला करने की कोई जरूरत नहीं है.