MP में कांग्रेस के 60 से अधिक सीटों पर उम्मीदवारों के नाम लगभग फाइनल, जानिए किसका है लिस्ट में नाम-

विधानसभा चुनाव 2023 के लिए सर्वे के आधार पर टिकट देने की योजना, जारी हो सकती है पहली सूची 

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मध्यप्रदेश में इसी साल के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस कर्नाटक की तर्ज पर उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। इस बात की जानकारी कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों से गुड मॉर्निंग को मिली है, आपको बता दें कि चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने ग्राउंड सर्वे के आधार पर अपने उम्मीदवारों के नामों की पहली सूची को अंतिम रूप दे दिया है।

60 अधिक सीटों में सिंगल नाम तय
मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की ओर से कराए गए सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस ने 60 से अधिक सीटों पर सिंगल नाम फाइनल कर लिए हैं और पार्टी की तरफ से इन उम्मीदवारों को पूरी ताकत के साथ विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए हरी झंडी दे दी गई है।

भोपाल की तीन सीटों पर बनी सहमति
भोपाल जिले की सात विधानसभा सीटों में से तीन पर वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा है इनमें भोपाल दक्षिण-पश्चिम से पीसी शर्मा भोपाल मध्य से आरिफ मसूद और भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से आरिफ अकील मौजूदा विधायक हैं। कांग्रेस ने इस बार भी इन तीनों विधायकों को चुनावी मैदान में उतरने की हरी झंडी दे दी है भोपाल उत्तर में वर्तमान विधायक आरिफ अकील के स्वास्थ्य कारणों से हो सकता है की पार्टी भोपाल मध्य से वर्तमान विधायक आरिफ मसूद को भोपाल उत्तर शिफ्ट कर सकती है और आरिफ मसूद की सहमति से भोपाल मध्य से किसी नए प्रत्याशी को उतार सकती है।

इसके साथ ही कांग्रेसी भाजपा के कब्जे वाली भोपाल की नरेला विधानसभा सीट से युवा नेता मनोज शुक्ला को उतारने का पूरा मन बना चुकी है कांग्रेस की ओर से कराए गए सर्वे में मनोज शुक्ला का नाम सबसे आगे है और मनोज शुक्ला लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं वही कांग्रेस की असली चुनौती गोविंदपुरा और बैरसिया विधानसभा सीट है पार्टी ने इन दोनों सीटों की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को सौंपी है गोविंदपुरा से पार्टी रविंद्र साहू आदित्य सिंह को मौका दे सकती है दीप्ति सिंह कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता है और दिग्विजय सिंह खेमे से आती हैं वही रविंद्र साहू भी गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं तथा टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं।

ग्वालियर में ऐसा रहेगा गणित 
ग्वालियर जिले की 6 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस वर्तमान में 4 सीटों पर काबिज है ग्वालियर और ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा सीट मौजूदा सत्तारूढ़ दल भाजपा के पास से और बीजेपी के दोनों ही विधायक सरकार में मंत्री हैं ऐसे में कांग्रेस विधानसभा चुनाव में चारों सीटों पर अपने वर्तमान विधायकों को फिर से मौका देने की तैयारी में है इनमें ग्वालियर पूर्व से सतीश सिकरवार ग्वालियर दक्षिण से प्रवीण पाठक भितरवार से लाखन सिंह और डबरा से सुरेश राजे के नाम शामिल है ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रदेश कांग्रेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह या बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए साहिब सिंह गुर्जर में से किसी एक को मौका दे सकती है वहीं ग्वालियर विधानसभा सीट से मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के सामने पार्टी किसी नए ठाकुर चेहरे को उतार सकती है।

इंदौर में है बड़ी चुनौतियां
इंदौर जिले की 9 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को टिकट फाइनल करने में सबसे ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 9 विधानसभा सीटों में 3 राहु देपालपुर और इंदौर से पार्टी वर्तमान विधायकों को मौका देने का मन बना चुकी है वहीं नगर निगम चुनाव में भाजपा के गढ़ इंदौर टू विधानसभा में सेंध लगाने वाले चिंटू चौकसे से या राजू भदोरिया को पार्टी विधानसभा चुनाव में उतार सकती है इंदौर 3 से कांग्रेस के टिकट के दावेदारों पूर्व विधायक अश्विन जोशी और पूर्व मंत्री महेश जोशी के बेटे दीपक पिंटू जोशी टिकट के तगड़े दावेदार हैं।

2018 में पिंटू जोशी टिकट के दावेदार थे लेकिन अश्विन जोशी उन पर भारी पड़ गए थे अब अश्विन जोशी 2013 और 2018 का चुनाव हार चुके हैं इसलिए उनकी टिकट के लिए दावेदारी कमजोर है और पार्टी पिंटू जोशी को मौका दे सकती है वही इंदौर 5 से दिग्गज नेता सत्यनारायण पटेल टिकट के तगड़े दावेदार हैं तो कांग्रेसी नेता स्वप्निल कोठारी भी अपनी दावेदारी कर रहे हैं पार्टी इन दोनों में से किसी एक को मौका दे सकती है सांवेर की बात करें तो पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू की बेटी रीना बोरासी को कांग्रेस मौका देने की तैयारी में है रीना बुरासी पिछले दिनों राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सांवेर में काफी सक्रिय थे।

दिग्गजों को मिली जिम्मेदारी 
कांग्रेस में आंतरिक तौर पर कराए गए सर्वे के बाद पार्टी करीब 50 सेटिंग विधायकों को टिकट देने की हरी झंडी दे चुकी है वही 40 से अधिक विधायकों को टिकट पर पार्टी में संशय है विधानसभा चुनाव में पार्टी लगभग अपने सभी दिग्गजों को उनकी परंपरागत सीट से मैदान में उतारकर इन नेताओं को अन्य सीटों की जिम्मेदारी भी देने जा रही है इनमें नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल और जयवर्धन सिंह जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को पूरे मध्यप्रदेश में सामंजस्य बनाने की जिम्मेदारी दी गई है।

सर्वे को तरजीह दे रही कांग्रेस 
 सर्वे के आधार टिकट पर मोहर मध्य प्रदेश में सत्ता की वापसी की कोशिश कर रही कांग्रेसमें सर्वे के आधार पर टिकट तय हो रहे हैं सर्वे में कमलनाथ का भाषण विधानसभा सीटों पर है जहां पर पार्टी पिछला चुनाव हार गई थी ऐसे में कमलनाथ ऐसी सीटों पर मजबूत उम्मीदवार की तलाश के लिए सर्वे को तरजीह दे रहे हैं मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने टिकट के दावेदारों को साफ तौर पर कह दिया है कि स्थानीय स्तर से सर्वे में जिस उम्मीदवार का नाम निकल कर आएगा उसको ही टिकट दिया जाएगा इसके साथ सर्वे के जरिए कमलनाथ मध्य प्रदेश में जिलों के हिसाब से स्थानीय मुद्दों को भी तरजीह दे रहे हैं जिसके सहारे पार्टी उनको चुनावी मुद्दा बना सके और चुनाव स्थानीय मुद्दों पर ही लड़ा जा सके इसके लिए कमलनाथ विंध्य महाकौशल मालवा ग्वालियर चंबल में अलग-अलग सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर पार्टी की रणनीति तैयार कर रहे हैं और सर्वे में सामने आए मुद्दों को ही पार्टी जिला स्तर पर अपना वचन पत्र बनाएगी।