फरवरी में ही हीटवेव की ओर दिल्ली, 8 राज्यों पर बरसेगा कहर; जानें मौसम का पूरा गणित

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फरवरी में ही हीटवेव की ओर दिल्ली, 8 राज्यों पर बरसेगा कहर; मौसम का पूरा गणित
मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, और महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में तेजी से बढ़ेगी गर्मी

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में गर्मी तेजी से बढ़ेगी। पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी मौसम बदलेगा।

देश के अलग-अलग राज्यों में गर्मी फरवरी में ही रिकॉर्ड तोड़ने लगी है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार कई राज्यों में गर्मी ने समय से पहले ही दस्तक दे दी है। उत्तर पश्चिम, मध्य और पश्चिम भारत में अगले पांच दिनों में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक ऊपर जा सकता है। तापमान जैसे- जैसे ऊपर चढ़ रहा स्पष्ट है कि देश के कुछ हिस्से फरवरी महीने से ही हीट वेव की दिशा में रुख कर रहे हैं। गुजरात के भुज में 16 फरवरी को अधिकतम पारा 40.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा चुका है।

ये गर्मी से पहले झुलस सकते हैं

मौसम विभाग का अनुमान है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में गर्मी तेजी से बढ़ेगी। पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी अधिकतम तापमान सामान्य से पांच से ग्यारह डिग्री सेल्सियस तक ऊपर जा सकता है। पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में फरवरी 100 फीसदी सूखी रही है जिस कारण तापमान तेजी से आगे बढ़ रहा है।

ये गर्मी से पहले झुलस सकते हैं

मौसम विभाग का अनुमान है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में गर्मी तेजी से बढ़ेगी। पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी अधिकतम तापमान सामान्य से पांच से ग्यारह डिग्री सेल्सियस तक ऊपर जा सकता है। पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में फरवरी 100 फीसदी सूखी रही है जिस कारण तापमान तेजी से आगे बढ़ रहा है।

पहाड़ों पर भी पारा असामान्य

देश के पहाड़ी राज्यों में भी फरवरी में पारा चढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ी क्षेत्रों के मैदानी इलाके से सटे क्षेत्रों के अधिकतम तापमान में 10 से 11 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की जा चुकी है। मंगलवार को शिमला का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो सामान्य से आठ डिग्री ज्यादा था। इसी तरही मसूरी का तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक था। जम्मू- कश्मीर के भी कई क्षेत्रों में पारे की चाल असामान्य है।

लू से प्रभावित होने वाले राज्य
मौसम विभाग के अनुसार उत्तरपूर्वी भारत, मध्य, पूर्व और उत्तर प्रायद्वीप भारत में मार्च से जून तक हीट वेव का प्रकोप रहता है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, हरियाणा, पंजाब, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के साथ महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना के कुछ हिस्सों शामिल हैं। मई में अधिकतम तापमान 45 डिग्री से ज्यादा राजस्थान और विदर्भ में रहता है। जुलाई में दुर्लभ स्थिति में हीट वेव चल सकती है।

दुनिया भर में बढ़ सकती है गर्मी
विश्व मौसम सगंठन (डब्ल्यूएमओ) का अनुमान है कि इस साल पड़ने वाली गर्मी से दुनिया परेशान रह सकती है। संभव है कि पिछले दो साल की तुलना में तापमान ज्यादा गरम हो जाए। ला नीना के प्रभाव के कम होने चलते वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी संभव है। दुनिया का औसत तापमान में लाल नीना के कमजोर प्रभाव का असर अगले कुछ महीने में दिख सकता है। जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण के कारण मौसम का सही अंदाजा लगाना भी मुश्किल होगा।

कब हीट वेव की स्थिति
- मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक होने पर
- पहाड़ी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तो हीट वेव की घोषणा होती है
- रात का अधिकतम तापमान 40 डिग्री से अधिक तो वार्म नाइट की श्रेणी में रखते हैं
- तटीय क्षेत्रों में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक तब हीट वेव का अलर्ट होता है
- संबंधित क्षेत्र के सामान्य अधिकतम तापमान की गणना के बाद ही हीट वेव का अलर्ट