भाजपा में कौन हो सकता है नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी, जाने सर्वे के हिसाब कौन-कौन है टक्कर में

Survey : पीएम मोदी की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है. भारत ही नहीं विदेशों में भी नरेंद्र मोदी की काफी लोकप्रियता है. वैसे तो अभी पीएम मोदी ने रिटायर होने का कोई इरादा नहीं किया है लेकिन एक सर्वे में ये जानने की कोशिश की गई है कि अगर पीएम मोदी का उत्तराधिकारी बनाया
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भाजपा में कौन हो सकता है नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी, जाने सर्वे के हिसाब कौन-कौन है टक्कर में

Survey : पीएम मोदी की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है. भारत ही नहीं विदेशों में भी नरेंद्र मोदी की काफी लोकप्रियता है. वैसे तो अभी पीएम मोदी ने रिटायर होने का कोई इरादा नहीं किया है लेकिन एक सर्वे में ये जानने की कोशिश की गई है कि अगर पीएम मोदी का उत्तराधिकारी बनाया जाए तो कौन सबसे उपयुक्त होगा.इंडिया टुडे और सी वोटर ने एक सर्वे में देश की जनता का मूड जानने की कोशिश की है. इसी सर्वे में पीएम मोदी के उत्तराधिकारी को लेकर भी लोगों का मूड पता चला है.

रेस में अमित शाह पहले पर तो योगी दे रहे टक्कर

भाजपा में कौन हो सकता है नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी, जाने सर्वे के हिसाब कौन-कौन है टक्कर में

वैसे तो बड़ी संख्या में जनता पीएम मोदी को ही नंबर-1 पर रख रही है. 52.5 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्होंने 2024 के लिए भी नरेंद्र मोदी को ही प्रधानमंत्री पद पर अपनी पहली पसंद बताया है. पीएम मोदी के उत्तराधिकारी बनने के लिए जिन नेताओं में रेस है, उनमें पहले नंबर पर अमित शाह हैं. वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हें कांटे की टक्कर दे रहे हैं.पीएम मोदी के उत्तराधिकारी के रूप में 26 प्रतिशत लोगों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का समर्थन किया है. 25 प्रतिशत लोग यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके उत्तराधिकारी के रूप में पसंद कर रहे हैं.

गडकरी भी हैं रेस में शामिल : Survey

नितिन गडकरी भी इस रेस में हैं. लगभग 16 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो नितिन गडकरी को इस पद के लिए सही मानते हैं. पीएम मोदी के उत्तराधिकारी के तौर पर 6 प्रतिशत लोगों की पसंद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं.

अगर देश में हो आज चुनाव तो क्या होगा : Survey

अगर आज देश में लोकसभा के चुनाव हों तो किसकी सरकार बनेगी. इस सवाल के जवाब में बहुमत एनडीए की सरकार के पक्ष में आया है. सर्वे के मुताबिक लोकसभा की 543 सीटों में से 298 सीटें एनडीए गठबंधन को मिल रही हैं. वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए को 153 सीटें मिल रही हैं. अन्य के खाते में 92 सीटें जा रही हैं. प्रतिशत की बात करें तो एनडीए को 43 प्रतिशत, यूपीए को 30 प्रतिशत जबकि अन्य को 27 प्रतिशत वोट मिल रहे हैं.